पहले मूसेवाला की हत्या, अब हनी सिंह को धमकी…कैसे एक पुलिसवाले का बेटा बना कुख्यात गैंगस्टर
नई दिल्ली। फेमस रैपर और पंजाबी सिंगर हरदेश सिंह उर्फ हनी सिंह को जान से मारने की धमकी मिली है। हनी सिंह ने अपनी जान को खतरा बताया है। हनी सिंह को धमकी भरा वॉइस नोट भेजा है। जिसके बाद सिंगर ने दिल्ली पुलिस से मदद मांगी है। उन्होंने दिल्ली पुलिस से कहा कि उन्हें मौत का डर है। हनी सिंह के मुताबिक उन्हें नाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने एक वॉयस नोट के जरिए जान से मारने की धमकी दी है। साथ ही 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी।
सिंगर ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में शिकायत दर्ज करते हुए प्रोटेक्शन की मांग की है। हनी सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे और मेरे स्टाफ को गोल्डी बराड़ के नाम पर धमकी भरी कॉल आई हैं। हनी सिंह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से सुरक्षा देने की मांग की है। हनी सिंह ने कहा, मुझे जिंदगी में पहली बार धमकी मिली है और मैं डरा हुआ हूं। हमें कुछ वॉइस नोट्स भी मिले। हमें ये धमकियां अंतर्राष्ट्रीय फोन नंबरों से मिली हैं।
हनी सिंह को वॉइस नोट से भेजी धमकी…
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, हनी सिंह की शिकायत पर स्पेशल सेल पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 387 (जबरन वसूली के लिए व्यक्ति को मौत या गंभीर चोट के डर में डालना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है। वहीं हनी सिंह को जिसने धमकी दी है आखिर कौन है वो शख्स और पुलिस ने क्यों है इसकी तलाश, आइए जानते है।
दरअसल, हनी सिंह को धमकी देने वाला गोल्डी बराड़ A+ कैटगरी का गैंगस्टर है। गोल्डी बराड़ मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का मुख्य आरोपी है और इस वक्त कनाडा में है। कुछ दिन पहले भी उसने सलमान खान को भी धमकी भरा ईमेल भेजा था, जिसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई।
A+ कैटगरी का गैंगस्टर है गोल्डी बराड़…
पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब के रहने वाले सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ का जन्म साल 1994 में हुआ था। गोल्डी के पिता शमशेर सिंह पंजाब पुलिस में एएसआई थे। अपराध की दुनिया में गोल्डी बराड़ की एंट्री उसके चचेरे भाई गुरलाल बराड़ की हत्या के बाद हुई। गुरलाल बराड़ की हत्या में यूथ कांग्रेस लीडर गुरलाल पहलवान का नाम सामने आया था। इसके बाद गोल्डी बराड़ ने गुरलाल पहलवान की हत्या करा दी।
इस हत्याकांड के बाद गोल्डी बराड़ कनाडा भाग गया। इसके बाद वह वहीं से पंजाब सहित देश के अलग-अलग शहरों में वारदातों को अंजाम देने के लिए साजिश रचता रहा है। गोल्डी बराड़ की 5 अलग-अलग तस्वीरें पंजाब पुलिस के डोजियर में हैं। उसकी तस्वीरें देखने से पता चलता है की हालात के साथ वो अपना हुलिया बदलता रहा है। कोर्ट ने गोल्डी बराड़ को A+ कैटगरी का गैंगस्टर घोषित कर रखा है। इसके अलावा कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित किया हुआ है।
लॉरेंस बिश्नोई का करीबी है गोल्डी बराड़…
सुत्रों की माने तो गोल्डी बराड़ और गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई दोनों करीबी दोस्त है। लॉरेंस बिश्नोई इस समय तिहाड़ जेल में बंद है। ऐसे में गोल्डी ही कनाडा से बैठकर ही लॉरेंस की गैंग को चलाता है। पंजाब के फरीदकोट जिले की अदालत ने गुरलाल सिंह की हत्या के मामले में गोल्डी बराड़ के खिलाफ एक गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। पुलिस 16 से अधिक आपराधिक मामलों में गोल्डी बरार की तलाश कर रही है। वह भारत से भागकर कनाडा चला गया था।
पिछले दिनों इंटरपोल ने गोल्डी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। गोल्डी बराड़ ने पिछले साल कनाडा में बैठकर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश रची थी। इस मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से भी पूछताछ की गई थी। गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई दोनों कॉलेज के समय से ही साथ में हैं। गोल्डी पर हत्या, हत्या की कोशिश, आपराधिक साजिश रचने और हथियारों की तस्करी करने का आरोप है।
गोल्डी बराड़ ने कनाडा में बदला ठिकाना…
पिछले साल 29 मई को सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद गोल्डी बराड़ के ठिकाना बदलने की भी खबर सामने आई थी। सूत्रों के मुताबिक, गोल्डी बराड़ पर कनाडा में जानलेवा हमला हो सकता है, इसलिए वह नई जगह चला गया है। तमाम सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आने और विरोधी गैंग्स से खुद की जान को खतरे को देखते हुए गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने यह रास्ता अपनाया है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, गोल्डी बराड़ का नया ठिकाना इस वक्त कैलिफोर्निया की फ्रेस्नो सिटी में (अमेरिका) है। सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिला है कि गोल्डी बराड़ एक सेफ हाउस में रह रहा है और अपने इंटरनेशनल सोर्स का इस्तेमाल कर रहा है।
गोल्डी बराड़ को हिरासत में लेने की आई थी खबर…
सिद्धू मूसेवाला की हत्या की हत्या के बाद गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के अमेरिका के कैलिफोर्निया से हिरासत में लेने की खबर सामने आई थी। पंजाब सीएम भगवंत मान ने मीडिया से बात में इस बात की पुष्टि भी की थी। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिकी जांच एजेंसी एपबीआई ने भारतीय एजेंसियों से बात की है। हालांकि, बाद में ये महज एक अफवाह निकली। इसके बाद विपक्षी दलों ने भगवंत मान पर निशाना भी साधा था।