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'कांग्रेस का कार्यकर्ता कहां जाएगा'…रंधावा बोले- बाप मंत्री, बेटा जिला प्रमुख..वो लोग मांग रहे टिकट

राजस्थान में विधानसभा चुनाव करीब है। लगातार प्रत्याशी अपनी-अपनी पार्टी में टिकट के लिए जोर आजमाइश कर रहे है। इस बीच कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पार्टी में बड़े पदों पर बैठे नेताओं को ज्यादा पद देने के मामलें में निशाना साधा है।
07:22 PM Sep 08, 2023 IST | Kunal bhatnagar

Jaipur: राजस्थान में विधानसभा चुनाव करीब है। लगातार प्रत्याशी अपनी-अपनी पार्टी में टिकट के लिए जोर आजमाइश कर रहे है। इस बीच कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पार्टी में बड़े पदों पर बैठे नेताओं को ज्यादा पद देने के मामलें में निशाना साधा है।

यूथ कांग्रेस का कार्यकर्ता कहां जाएगा

इस मामले पर बोलते हुए रंधावा ने कहा कि मेरे पास टिकट मांगने के लिए ऐसे एप्लीकेशन आ रहे हैं, जिनमें बाप मंत्री, बेटा-बेटी अध्यक्ष, उसी परिवार के दूसरे सदस्य कुछ और पदों की मांग कर रहे हैं। ऐसे कैसे चलेगा? अगर एक ही नेता के परिवार को सब पद दे दिए जाए तो यूथ कांग्रेस का कार्यकर्ता कहां जाएगा?

आगे बोलते हुए रंधावा ने कहा कि जब तक बड़े लीडर अपने परिवार को पीछे नहीं करेंगे, कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी के लिए मेहनत कैसे करेगा? प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में यूथ कांग्रेस की बैठक के दौरान रंधावा ने यह बयान दिया था।

बाप मंत्री, बेटा जिला प्रमुख…

यूथ कांग्रेस की बैठक के दौरान रंधावा ने कहा कि कांग्रेस दोबारा आएगी, लेकिन हमे एक काम करना होगा। हमें परिवार पर कंट्रोल करना होगा। अगर आप सब कुछ अपने घर में रखे तो कांग्रेस कैसे मजबूत होगी?

बाप मंत्री, बेटा जिला प्रमुख, अरे सब कुछ आप ही रखोगे। अपने घर ही सब कुछ ले जाओगे। मैं देखता हूं बेटा अध्यक्ष, बेटी डेयरी अध्यक्ष, जब आपके परिवार को ही सब कुछ मिल जाएगा तो बाकी लोग कहां जाएंगे? जो कांग्रेस का परिवार है, वह कहां जाएगा?

अपने परिवार का दिया उदाहरण

रंधावा ने इस दौरान अपना अनुभव शेयर करते हुए कहा कि मेरे पिता जब तक राजनीति में सक्रिय थे, तब तक उन्होने मुझे आगे नहीं किया। जब मुझे टिकट दिया तो उन्होंने एक्टिव राजनीति से संन्यास ले लिया। इसी तरीके की सोच कांग्रेस के सीनियर नेताओं को रखनी होगी।

अगर नेता अपने परिवार की तरफ ही देखते रहेंगे तो कार्यकर्ता कांग्रेस पार्टी के लिए क्यों लड़ेगा? कांग्रेस कार्यकर्ता तभी पार्टी के लिए लड़ेगा, जब उसे लगेगा कि मेरा भी पार्टी में भविष्य है।

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