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आंध्र प्रदेश के पूर्व CM चंद्रबाबू नायडू अरेस्ट, जानें-क्या है ₹371 करोड़ का स्किल डेवलपमेंट घोटाला?

आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) को शनिवार सुबह एसआईटी और सीआईडी अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया है।
12:45 PM Sep 09, 2023 IST | Anil Prajapat
Chandrababu Naidu

अमरावती। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) को शनिवार सुबह एसआईटी और सीआईडी अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया है। कौशल विकास घोटाला मामले में आपराधिक जांच विभाग (CID) द्वारा वारंट जारी होने के बाद चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी हुई है। चंद्रबाबू को उस वक्त पकड़ा गया जब वो नंदयाला में बस में ठहरे थे।

गिरफ्तारी के बाद उन्हें मेडिकल जांच के लिए नंदयाल अस्पताल ले जाया जाना था, लेकिन उनके मना करने के बाद कैंप साइट पर ही उनका मेडिकल चेकअप किया गया। यहां से उन्हें विजयवाड़ा ले जाया जा रहा है। जहां उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। नायडू के अलावा पुलिस ने भूमा ब्रह्मानंद रेड्डी, भूमा अखिलप्रिया, जगत विख्यात रेड्डी, एवी सुब्बार रेड्डी और बीसी जनार्दन रेड्डी को भी गिरफ्तार किया है। लेकिन, जानना जरूरी है कि आखिर यह घोटाला कब और कैसे हुआ था?

क्या है स्किल डेवलपमेंट घोटाला?

आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद साल 2016 में आंध्र प्रदेश स्टेट स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (APSSDC) का गठन हुआ था। उस वक्त आंध्रप्रदेश में टीडीपी की सरकार थी और एन. चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री थी। तब आंध्र प्रदेश सरकार ने स्किल डेवलपमेंट के 6 एक्सीलेंस सेंटरों की स्थापना के लिए सीमेंस और डिजाइन टेक के साथ 3356 करोड़ रुपए के समझौते किए थे। हर सेंटर पर 560-560 करोड़ रुपए खर्च होने थे। जिनमें से 90 फीसदी हिस्सेदारी सीमेंस और डिजाइन टेक की थी।

दो साल पहले हुई थी एफआईआर

वहीं, चंद्रबाबू नायडू सरकार ने अपने हिस्से के 371 करोड़ रुपए भुगतान करने का ऐलान किया था। जिस पर सीआईडी ने 9 दिसंबर 2021 में सबसे पहले कौशल विकास के लिए जारी फंड के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज की थी। सीआईडी का आरोप था 58 करोड़ के काम के सीमेंस इंडस्ट्रियल सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड को 371 करोड़ का भुगतान किया था।

सीआईडी ने 25 लोगों को बनाया था आरोपी

सीआईडी ने 371 करोड़ के घोटाले में गंता सुब्बाराव और लक्ष्मीनारायण सहित 25 लोगों के आरोपी बनाया था। जिनमें से 10 लोगों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। लेकिन, एफआईआर में चंद्रबाबू नायडू का नाम नहीं होने के बाद भी सीआईडी ने अब जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया है।

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