Anil Dujana Encounter : मोस्ट वांडेट गैंगस्टर अनिल दुजाना यूपी STF के एनकाउंटर में ढेर, एक हफ्ते पहले ही तिहाड़ जेल से आया था बाहर
मेरठ। कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना (Anil Dujana) आज यूपी एसटीएफ की मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया। अनिल दुजाना तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर आया था। मेरठ में पुलिस और STF के साथ उसकी मुठभेड़ हो गई, जिसमें वह मार गिराया गया।
अनिल दुजाना (Anil Dujana) यूपी के सबसे ज्यादा मोस्ट वांटेड गैंगस्टर की हिट लिस्ट में शामिल था। तिहाड़ जेल से बाहर आते ही अनिल दुजाना ने एक मर्डर केस में इस मामले की गवाह और उनकी पत्नी को जान से मारने की धमकी दे दी। जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से की। जिसके बाद आला अफसरों ने एक्शन लेते हुए अनिल दुजाना के खिलाफ दो मामले दर्ज किए थे। जिसके गिरफ्तारी के लिए ही नोएडा पुलिस की स्पेशल टीम और यूपी STF लगी हुई थी। पकड़ के लिए दबिश देने अनिल दुजाना को पकड़ने के लिए पुलिस और यूपी एसटीएफ की टीम 30 से भी ज्यादा जगहों पर छापेमारी कर रही थी। जिसके बाद मेरठ में अनिल दुजाना का एनकाउंटर कर दिया गया।
50 से ज्यादा केस में था अपराधी Anil Dujana
अनिल दुजाना पर यूपी के गाजियाबाद, नोएडा, मुजफ्फरनगर समेत कई जिलों में 50 से ज्यादा हत्या, फिरौती, अवैध वसूली के मामले दर्ज थे। अनिल दुजाना ग्रेटर नोएडा के बादलपुर के दुजाना गांव का रहने वाला था। पुलिस को सूचना मिली थी कि अनिल दुजाना एक वारदात को अंजाम देने के लिए मेरठ में आना वाला है। इसके इनपुट मिलते ही पुलिस और एसटीएफ ने दुजाना के खिलाफ घेराबंदी कर दी। दुजाना के जाल में फँसते ही टीम ने उसे पकड़ने की कोशिश की। अनिल दुजाना ने खुद को घिरा हुआ देखकर गोलीबारी शुरू कर दी बचाव में एसटीएफ ने गोली चलाई जिसमें अनिल दुजाना ढेर हो गया।
पूरे NCR में Anil Dujana ने मचा रखा था आतंक
दिल्ली से सटे पूरे NCR इलाके में अनिल दुजाना आतंक का दूसरा नाम बन गया था। अनिल दुजाना पर आर्म्स एक्ट के तहत 62 केस भी दर्ज हैं। उस पर एनएसए के तहत भी मामला दर्ज किया जा चुका है। गैंगस्टर एक्ट भी लग चुका है। अनिल दुजाना साल 2012 से तिहाड़ जेल में बंद था। साल 2021 में वह बेल पर बाहर आया। इसके बाद दोबारा जेल गया इसके बाद सिर्फ 1 सप्ताह पहले ही वह जमानत पर बाहर आया था। अनिल दुजाना पर कुल मिलाकर 1 लाख रुपए का इनाम भी रखा गया था।