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टोंक में पत्थर की खान ढहने से 2 मजदूरों की मौत, मृतकों के परिजनों को मिला 15 लाख का मुआवजा

06:32 PM Jun 17, 2023 IST | Sanjay Raiswal

टोंक। राजस्थान के टोंक में शनिवार सुबह दुखद हादसा हो गया। मेहंदवास थाना क्षेत्र के काबरा में फेल्सपार क्वार्ट्ज पत्थर की खदान अचानक ढह गई। खान ढहने के बाद उसके मलबे में दबने से दो मजदूरों की मौत हो गई। खान ढहने की सूचना मिलते ही बाहर खड़े अन्य मजदूर खान में पहुंचे और उन्हें मलबे में ढूंढने लगे। इधर, घटना की सूचना मिलते ही मेहंदवास थाना प्रभारी उदयवीर सिंह भी मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे।

पुलिस ने मजदूरों की मदद से करीब आधा घंटे की मशक्क्त के बाद दोनों मजदूरों को घायल अवस्था में बाहर निकाला। इसके बाद दोनों को इलाज के लिए निजी हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां से दोनों को सआदत अस्पताल टोंक रेफर कर दिया। जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। हादसे की सूचना मिलते ही मृतकों के परिजन, अरनिया केदार के सरपंच हंसराज फागणा व कांग्रेस नेता अस्पताल पहुंचे और मुआवजे की मांग को लेकर शव नहीं लेने पर अड़ गए। लीजधारक द्वारा 15-15 लाख रुपए मृतकों के परिजनों को देने पर सहमति बनने के बाद शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।

मेहंदवास थाना प्रभारी उदयवीर सिंह ने बताया कि काबरा में फेल्सपार पत्थर की खान है। यह करीब 60-70 फीट गहरी है। इसमें सुबह करीब 8 बजे मजदूर लवादर निवासी शेरू खान (28) पुत्र वली मोहम्मद और दलपुरा (भीलवाड़ा) निवासी देवलाल पुत्र प्रभु गुर्जर काम करने के लिए उतरे थे। करीब आधा घंटे बाद ही पत्थर की खदान में चट्टान का एक हिस्सा ढह कर उनके ऊपर गिर गया। चट्‌टान गिरने से दोनों मजदूर उसके मलबे में दब गए।

इसका पता लगने के बाद पुलिस और अन्य मजदूर साथी खान में उतरे और दोनों मजदूरों को बाहर निकाल कर अस्पताल ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दोनों मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया है। लवादर के मृतक के परिजनों के अस्पताल पहुंचने पर उसका पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। इधर, अरनिया केदार के सरपंच हंसराज फागणा सहित कांग्रेसी नेता और परिजनों ने खदान प्रबंध पर नियम विरुद्ध खनन और लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए खान बंद कराने और मृतकों के आश्रितों को उचित मुआवजा की मांग की।

इस बीच खान के साइड इंचार्ज राधेकिशन श्रीवास्तव भी अस्पताल पहुंचा। उसने परिजनों की मंशा से लीजधारक को अवगत कराया। बाद में दोनों पक्षों में समझौता हुआ कि लीज धारक प्रत्येक मृतक के परिजनों को 15 लाख रुपए की सहायता राशि देगा। उसके बाद परिजन शव लेने पर राजी हुए। पुलिस ने दोपहर करीब 1 बजे शव पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया।

(इनपुट-भूपेंद्र सिंह)

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