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स्वाद के छह रसों से युक्त है चावल, इस राज्य में होता है सबसे अधिक उत्पादन 

12:32 PM Jan 25, 2023 IST | Supriya Sarkaar

चावल एक ऐसी फसल है जिसका उपयोग खाद्य पदार्थों के साथ-साथ सौंदर्य प्रसाधन के रूप में भी किया जाता है। खाद्य पदार्थ के रूप में चावल का सबसे अधिक उपयोग दक्षिणी भारत में किया जाता है। यह कई रूपों में पाया जाता है, जैसे सफेद चावल, भूरा चावल, बासमती चावल आदि। सेहत के लिए चावल का सेवन बहुत लाभदायक माना जाता है। 

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ब्राउन राइस में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया होता है, जो कि कैंसर की रोकथाम और बचाव में सहायक है। चावल के माड़ को सौंदर्य प्रसाधन के रूप में काम में लिया जाता है। भारत में सबसे अधिक चावल का उत्पादन पश्चिम बंगाल में किया जाता है। इसके बाद उत्तरप्रदेश में किया जाता है। विश्व स्तर पर चीन में सबसे अधिक इसका उत्पादन किया जाता है। इसके बाद दूसरे स्थान पर भारत का नाम आता है। 

चावल के बारे में

चावल की फसल धान के रूप में की जाती है। जब धान के ऊपर का छिलका हटा दिया जाता है तो चावल प्राप्त होता है। भारत में चावल की खेती सबसे अधिक दक्षिण तथा दक्षिण पूर्वी राज्यों में की जाती है। उत्तर भारत की तुलना में दक्षिण भारत के लोग चावल अधिक खाते हैं। चावल को संस्कृत में तण्डुल तथा तमिल में अरिसि कहा जाता है। इसमें स्वाद के सभी छह रस मौजूद होते हैं, इसलिए इसे षड्रस भी कहा जाता है। पके हुए चावल को भात के नाम से जाना जाता है। 

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भारत में उत्पादित किया जाने वाला बासमती चावल विदेशों में भी निर्यात किया जाता है। चावल एक प्रकार की घास की प्रजाति ओरीज़ा सैटिवा का बीज है। इस फसल को अधिक सिंचाई की आवश्यकता होती है। यह एक प्रकार का एकबीजपत्री पौधा है, जिसे आमतौर पर वर्ष में एक बार उगाया जाता है। लेकिन उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में इसकी खेती पूरे वर्ष की जाती है। 

विश्व में चावल की खपत

वर्ष 2013 तक विश्व में चावल की खपत 565.6 मिलियन मीट्रिक टन हुई थी। इसमें से सबसे अधिक खपत चीन में दर्ज की गई थी। चीन में 162.4 मिलियन मीट्रिक टन की खपत हुई, जो कि पूरे विश्व का 28.7 प्रतिशत थी। भारत में 130.4 मिलियन मीट्रिक टन खपत हुई, जो कि विश्व खपत का 23.1 प्रतिशत थी। बात करें विश्व में चावल की पैदावार की तो सबसे अधिक चावल की फसल एशिया में की जाती है। कंबोडिया में कुल कृषि क्षेत्र के 90 प्रतिशत हिस्से में चावल की खेती की जाती है। अमेरीका में चावल की खपत पिछले 25 वर्षों में तेजी से वृद्धि हुई है। 

पोषक तत्वों से भरपूर  

चावल में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें ना सिर्फ फाइबर मौजूद होता है बल्कि विटामिन, कैल्शियम, आयरन, थायमीन और मिनरल्स जैसे पोषक तत्व भी होते हैं। इसमें सोडियम की मात्रा बहुत कम होती है। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर तथा हाइपरटेंशन से ग्रसित लोग भी इसका सेवन कर सकते हैं।

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