पूर्णिमा में चांद सी चमकती है ये जगह, भारत के Moonland के नाम से जानी जाती है
कई लोगों का सपना होता है कि, जीवन में एक बार तो वो बर्फ वाले इलाके में जाएं। हम सबने न जाने शिमला, मनाली और कश्मीर का नाम कितनी ही बार सुना है। लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि, भारत में एक ऐसी जगह है जहां पहाड़ बर्फ से ढके हैं, आसमान नीला है और पानी ऐसा साफ की रात को लगे कि, चांद धरती पर उतर आया हो। इस जगह को चांद की धरती भी कहा जाता है। ये भारत की उन जगहों में है जहां आकर लोगों को यहां की शांति से प्यार हो जाता है। तो चलिए जानते है इस जगह के बारे में।
-40 डिग्री है इस गांव का तापमान
लेह से 127 किलोमीटर बसा लामायुरु गांव को लोग चांद की धरती के नाम से जानते हैं। इस गांव में दूर-दूर तक आपको केवल खाली जमीन और बर्फ से ढके पहाड़ ही नजर आते हैं और यहां का तापमान हमेशा -40 डिग्री ही रहता है। इसे भारत का Moonland भी कहा जाता है, वैज्ञानिकों के अनुसार इस जगह की ज्योग्राफी भी चंद्रमा जैसी ही है। इस जगह पर कोई पेड़-पौधे नहीं हैं और यहां पर हवा का दवाब भी बेहद कम है। इस जगह को देखने पर ये बिल्कुल चांद की तरह ही दिखती है।
चांद सी चमकती है धरती
पूर्णिमा की रात को ये जगह बिल्कुल चांद सी चमकती है। इसलिए इसका नाम मूनस्केप भी रखा गया है। यहां पर लामायुरु मोनेस्ट्री है जिसे देखने के लिए दुनिया भर से सैलानी आते हैं। इस मोनेस्ट्री को ग्यारहवीं शताब्दी में महासिद्धाचार्य नारोपा ने खोजा था। ये मोनेस्ट्री पांच इमारतों में पहाड़ों पर बनी है। जिसे देखना अद्भुत अनुभव होता है।
40 हजार साल पहले हुआ करती थी झील
माना जाता है कि, यहां पर करीब 40 हजार साल पहले एक झील हुआ करती थी। कहा जाता है कि 11वीं शताब्दी में यहां इस झील को हटाकर एक मठ की स्थापना की। लामायुरू लेह-लद्दाख की सबसे पॉपुलर मठों में से एक है।