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राजस्थान के तीतर सिंह...78 साल की उम्र में 32वीं बार चुनाव में उतरे, मनरेगा में करते है दिहाड़ी मजदूरी

करणपुर विधानसभा के एक छोटे से गांव में रहने वाले और ‘मनरेगा’ में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले बुजुर्ग तीतर सिंह की चुनाव लड़ते लड़ते उम्र बीतने को है.
08:54 PM Nov 06, 2023 IST | Kunal Bhatnagar
राजस्थान के तीतर सिंह   78 साल की उम्र में 32वीं बार चुनाव में उतरे  मनरेगा में करते है दिहाड़ी मजदूरी

Teetar Singh Karanpur Assembly: करणपुर विधानसभा क्षेत्र के एक छोटे से गांव में रहने वाले और ‘मनरेगा’ में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले बुजुर्ग तीतर सिंह की चुनाव लड़ते लड़ते उम्र बीतने को है। पंच, सरपंच से लेकर लोकसभा तक उन्होंने हर चुनाव लड़ा है लेकिन ये अलग बात है कि जिन हकों की लड़ाई के लिए वह सत्तर के दशक में चुनाव मैदान में उतरे थे, वह उन्हें आज तक नहीं मिले।

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अब तक 20 चुनाव लड़ चुके तीतर सिंह

दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले तीतर सिंह लगभग बीस चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन हर बार संख्या बल से हारते रहे हैं । हार तय है तो चुनाव क्यों लड़ते हैं? यह पूछने पर तीतर सिंह ने बुलंद आवाज में कहा,‘‘क्यों न लड़ें। सरकार जमीन दे, सहूलियतें दें… साडी हक दी लड़ाई है ये चुनाव।’’

हकों को हासिल करने का एक हथियार है चुनाव

यह बुजुर्ग एक बार फिर उसी जज्बे, जोश और मिशन के साथ विधानसभा चुनाव के लिए तैयार है। चुनाव लड़ना तीतर सिंह के लिए लोकप्रियता हासिल करने या रिकॉर्ड बनाने का जरिया नहीं है, बल्कि अपने हकों को हासिल करने का एक हथियार है जिसकी धार समय और उम्र बीतने के बावजूद कुंद नहीं पड़ी है।

जमीन आवंटित करने की मांग उठाई

राजस्थान के करणपुर विधानसभा क्षेत्र के एक छोटे से गांव ‘25 एफ’ में रहने वाले तीतर सिंह पर चुनाव लड़ने का जुनून सत्तर के दशक में तब सवार हुआ, जब वह जवान थे और उन जैसे अनेक लोग नहरी इलाकों में जमीन आवंटन से वंचित रह गए थे । उनकी मांग रही कि सरकार भूमिहीन और गरीब मजदूरों को जमीन आवंटित करे।

इसी मांग और मंशा के साथ उन्होंने चुनाव लड़ना शुरू किया और फिर तो मानों उन्हें इसकी आदत हो गयी। एक के बाद, एक चुनाव लड़े। हालांकि व्यक्तिगत स्तर पर जमीन आवंटित करवाने की उनकी मांग अब भी पूरी नहीं हुई है और उनके बेटे भी दिहाड़ी मजदूरी करते हैं।

लगातार चुनाव लड़ रहे तीतर सिंह

तीतर सिंह ने बताया कि वह अब तक लोकसभा के दस, विधानसभा के दस, जिला परिषद डायरेक्टर के चार, सरपंची के चार व वार्ड मेंबरी के चार चुनाव लड़ चुके हैं। नामांकन पत्र के साथ दाखिल हलफनामे के अनुसार, इस समय उनकी उम्र 78 साल है।

चुनावी आंकड़े नहीं रहे पक्ष में

हालांकि चुनावी आंकड़े कभी इस मजदूर के पक्ष में नहीं रहे और हर बार उनकी जमानत जब्त होती रही। निर्वाचन विभाग के अनुसार तीतर सिंह को 2008 के विधानसभा चुनाव में 938, 2013 के विधानसभा चुनाव में 427, 2018 के विधानसभा चुनाव में 653 वोट मिले।

रोचक बात यह है कि यह बुजुर्ग किसी सोशल मीडिया मंच पर नहीं है लेकिन अपनी पत्नी के साथ नामांकन दाखिल करने के लिए जाते हुए उनका वीडियो सोमवार को वायरल हो गया।

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