अलवर में चोर गैंग सक्रिय : ग्राहक बनकर आई 8-10 महिलाएं, चोरी की वारदात को अंजाम देकर हुई फरार
अलवर। शहर में इन दिनों दुकानों में घुसकर चोरी करने वाली गैंग इतनी सक्रिय है कि पुलिस का उनमें कोई खौफ नहीं है। आए दिन ऐसी चोरी की वारदातें सामने आ रही है। जहां से ग्राहक बनकर आए बदमाश दुकानों से चोरी कर ले जाते हैं। ज्यादातर दुकानों में सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बावजूद भी ये बदमाश बेखौफ होकर ऐसी वारदातों को अंजाम देते है। 2 दिन पहले ही एक ज्वेलर्स की दुकान से चेन चोरी का मामला मामला सामने आया था। वहीं सोमवार को मनुमार्ग के स्थित एक रेडीमेड कपड़ों की दुकान से ग्राहक बनकर आई 8-10 महिलाएं कई जोड़ी कपड़े चोरी कर कर ले गई।
दुकान से जुड़े शिंभू जांगिड़ ने बताया कि मनु मार्ग स्थित नुश परिधान पर सोमवार को दो लड़कियां कपड़े लेने आई थी। उनके मुंह पर मास्क लगा हुआ था। उस वक्त उनके दुकान के काउंटर पर बैठने वाली नवजोत कोर अकेली थी। उन्होंने उसे कपड़े दिखाने को कहा, जैसे ही नवजोत ने कपड़े दिखाए तो उसका दिमाग पूरी तरह घूम गया। इतने में ही 8-10 लड़कियां जिनमें बच्चे भी शामिल थे, वो अंदर घुसे और बातों में लगा कर करीब 8 जोड़ी सूट अपने साथ ले गए।
इस चोरी की घटना का खुलासा महिलाओं के जाने के बाद हुआ। उन्होंने बताया कि जब यह लड़कियां चोरी कर रही थी उसी दौरान पड़ोस की दुकान का टोनी अंदर घुसा तो उसके आने के बाद यह महिलाएं वहां से निकल गई। यह सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई हैं। पुलिस को इसकी सूचना दे दी गई है। पुलिस सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से आरोपियों को पहचान कर गिरफ्तार करने के प्रयास कर रही है। बता दें कि 2 दिन पहले भी एमके ज्वेलर्स की दुकान से ठगी करने वाली गैंग घुसी थी, जो करीब 2 लाख रुपए की चेन ले गई थी।
चोरों ने ज्वेलर्स की दुकान का शटर काटा
इधर, गोविंदगढ़ कस्बे के चौपड़ बाजार में एसके ज्वेलर्स की दुकान का शटर काटकर चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। चोर दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे व एलईडी तक को भी अपने साथ ले गए। इतना ही नहीं चोरों ने तिजोरी तक को उखाड़ दिया। हालांकि, तिजोरी को ले जाने में कामयाब नहीं हो सकते। जानकारी के अनुसार गोविंदगढ़ पुलिस को रात्रि गश्त के दौरान दुकान की शटर टूटी नजर आई। जिस पर एएसआई मनोज कुमार ने थानाधिकारी ताराचंद शर्मा व दुकान मालिक सतीश कुमार सोनी को सूचना दी। फिलहाल, पुलिस यह पता लगाने में जुटी हुई है कि दुकान से क्या-क्या सामान पार हुआ है और कितने रुपयों की चोरी हुई है।