Air Pollution: प्रदूषित हो रही राजस्थान की आबोहवा,एक भी शहर नही जहां मिल सके शुद्ध हवा,सांस लेना भी मुश्किल
Air Pollution: प्रदेश भर में मानसून के समाप्त होने के साथ ही अब प्रदेश की आबोहवा प्रदूषित होने लगी है. पश्चिमी हवा बहने से धूल कण सहित अन्य प्रदूषक तत्व वातावरण में तैर रहे हैं. शनिवार को प्रदेश में एक भी जिला ऐसा नहीं था, जहां शुद्ध वायु उपलब्ध हो. खासकर जोधपुर की बात करे तो यहां पर भी इसी तरह के हालात बने हुए है. प्रदेश के 33 में से 15 जिलों में एक्यूआइ 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के ऊपर निकल गया. जयपुर, जोधपुर, भरतपुर, कोटा और बीकानेर पांच संभागीय मुख्यालय प्रदूषित रहे. बारां 169 एक्यूआइ के साथ सर्वाधिक प्रदूषित रहा. ऐसे में इनमें सुधार की आवश्यकता है नही तो लोगो के स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर पड सकता है.
टूटी सडको से दिनभर उडते है धूल के कण
जोधपुर की बात की जाए तो यहां पर जगह-जगह टूटी सडको के चलते लगातार धूल के गुब्बार जगह-जगह देखने को मिलते है. ऐसे में इस दौरान ड्यूटी देने वाले यातायात पुलिस के जवानों को भी काफी खतरा रहता है. जोधपुर के एम्स अस्पताल के पास की बात की जाए तो वहां पर सडक इस कदर टूटी हुई है कि रात के समय तो वहां सिवाए धूल के आपको कुछ नजर नही आता. ऐसे में यातायात पुलिस के जवान भी खुद का फेस कवर करके ड्यूटी करने को मजबूर है ताकि वह हवा में उडने वाले धूल के कण से बच सके.
इन शहरो में एक्यूआई रहा 50 से 100 के मध्यम
बढते प्रदूषण के बीच जब जांच की गई तो प्रदेश के 33 में से 218 शहरों में एक्यूआई 50 से 100 के मध्य रहा जो संतोषजनक हवा की ओर से इंगित करता है. इसमें जैसलमेर, बाड़मेर, दौसा, डूंगरपुर, सीकर, उदयपुर, श्रीगंगानगर, अजमेर, भीलवाड़ा, राजसमंद, धौलपुर, अलवर, बांसवाडा चितौड़गढ़ झालावाड़, करौली, प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर शामिल है. सबसे बेहतर हवा पर्वतीय जिले सिरोही में रही, जहां एक्यूआई 63 रहा.