नारेबाजी...हनुमान चालीसा और रामगंज जाने का प्रयास, पुलिस दिखी अलर्ट, बड़ी चौपड़ पर धरने में आज क्या हुआ?
Jaipur News: राजधानी जयपुर में 5 दिन पहले युवक की पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में अब हिंदू संगठन के लोग सड़को पर नजर आ रहे है। इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने के विरोध में ‘जयपुर बचाओ संघर्ष समिति’ के बैनर तले सर्व समाज की ओर से बड़ी चौपड़ पर सुबह 10 बजे से 1 बजे तक धरने दिया गया। इस दौरान व्यापारियों ने आधा दिन तक बाजार बंद रखा। इस धरने में व्यापार मंडलों, संत समाज, विभिन्न समाजों के साथ ही बीजेपी ने खुलकर समर्थन किया।
भीड़ ने की रामगंज जाने की कोशिश
जयपुर बचाओ संघर्ष समिति के धरने के बाद जयपुर की बड़ी चौपड़ प्रदर्शनकारियों की भीड़ रामगंज जाने वाले रास्ते पर इकठ्ठा होने लगी। इस दौरान जमकर नारे बाजी करते रामगंज जाने का प्रयास भीड़ के द्वारा किया जाने लगा, लेकिन पुलिस ने भरसक प्रयास के बाद लोगों को वहां जाने से रोक लिया।
हनुमान चालीसा का पाठ
बड़ी चौपड़ पर धरने के दौरान सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया गया था। इस दौरान कई लोग तेज धूप में सड़क पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे थे।
ये नेता पहुंचे धरने पर
विरोध प्रदर्शन में राजसमंद सांसद दीया कुमारी, जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ, पूर्व विधायक कैलाश वर्मा के साथ ही राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी भी शामिल हुए। विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में व्यापारी वर्ग के साथ-साथ तमाम हिंदू संगठन के लोगो शामिल हुए।
पुलिस के पुख्ता इंतजाम
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए विशेष सुरक्षा इंतजाम बड़ी चौपड़ पर देखने को मिले। इस दौरान मौके पर क्यूआरटी, ईआरटी व आरएसी तैनात की गई। पुलिसकर्मी असामाजिक तत्वों पर नजर रखे हुए थे। इसके लिए सादा वर्दी में भी पुलिस कर्मचारी स्थिति पर नजर बनाए हुए थे। सोशल मीडिया पर भी पुलिस ने खास नजर रखी थी, ताकि कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह की कोई अफवाह नहीं फैला सके।
पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप
दरअसल, जयपुर के रामगंज में गंगापोल क्षेत्र में 29 सितंबर को हिंदू परिवार से आत्मरक्षा में हुई दुर्घटना को समुदाय विशेष और सरकार की तुष्टिकरण की नीतियों के दबाव में सांप्रदायिक व मॉब लिंचिग का नाम देकर हिंदू परिवारों को प्रताड़ित करने का आरोप है। साथ ही समुदाय विशेष के उपद्रवियों की हिंसक भीड़ द्वारा हिंदू दुकानदारों की दुकानों में लूटपाट-तोड़फोड़ करने, वाहनों में तोड़फोड़ और महिलाओं से छेड़छाड़ की।