उपेन यादव के आरोपों को एसएचओ दलबीर सिंह ने नकारा, कहा - राजनीति से हैं प्रेरित
बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव के अजमेर के सिविल लाइंस थाना के एसएचओ दलबीर सिंह पर लगाए गए संगीन आरोपों को अधिकारी ने नकार दिया है। उनका कहना है कि उन्होंने नियमों के मुताबिक ही कार्रवाई की है। उपेन यादव का हाथों-हाथ मेडिकल भी करवाया है।
धारा 144 की करवाई गई थी पालना
एसएचओ दलबीर सिंह का कहना है कि उपेन यादव ने उन पर जो आरोप लगाए हैं वह निराधार हैं। उन्होंने कोई ऐसा काम नहीं किया जो अमानवीय हो या नियमों के खिलाफ हों। उन्होंने अपने अधिकारों और नियमों में रहकर ही कार्रवाई की है। उपेन का हमने मेडिकल करवाया, जिसमें इस तरह की कोई बात सामने नहीं आई। अगर उपेन के साथ बदसलूकी हुई तो उन्हें जब एडीएम सिटी के समक्ष पेश किया गया तो तब भी उन्होंने शिकायत नहीं की।
राजनीति से प्रेरित है उपेन के आरोप
थानाधिकारी का कहना है कि जमानत के पांच घंटे बाद अचानक आरोप लगाए जाते हैं जो कि राजनीति से प्रेरित हैं। जहां तक लाठीचार्ज का सवाल है तो धारा 144 की पालना करवाने के लिए भीड़ को तितर बितर किया था और मामले में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। उपेन यादव यह जो मेरे खिलाफ बयान दे रहे हैं वह पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। चाहे तो इसकी जांच भी की जा सकती है।
उपेन ने लगाए थे दाढ़ी और बाल खींचने के आरोप
उपेन यादव ने अपनी जमानत के बाद ट्विटर पर एक वीडियो जारी किया। जिसमें उन्होंने अजमेर के सिविल लाइन थानाधिकारी दलबीर सिंह पर बाल और दाढ़ी खींचते हुए बदसलूकी करने का आरोप जड़ा है। यादव ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से थानाधिकारी दलबीर सिंह को तीन दिन में सस्पेंड करने की मांग रखी। मांग नहीं माने जाने पर आमरण अनशन की चेतावनी दी गई है।
पुलिस कर्मियों की अनुमति के बाद ही किया था प्रदर्शन
उपेन ने कहा था कि जब वह प्रदर्शन करने आरपीएससी पहुंचे तो वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने 5 लोगों के डेलीगेशन के जरिए ज्ञापन आरपीएससी के अधिकारी को दिलवाने की बात कही थी, जिस पर उन्होंने सहमति भी जता दी। इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों से ही प्रदर्शन की अनुमति ले ली और प्रदर्शन कर रहे थे कि अचानक और पुलिसकर्मी वहां पहुंचते हैं और आते ही लाठीचार्ज कर दिया जाता है। यादव ने लाठीचार्ज को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। यादव ने कहा कि पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर ले गई। थानाधिकारी दलबीर सिंह फौजदार ने उसके बाल और दाढ़ी खींचते हुए बदसलूकी भी की।
3 दिन में सस्पेंशन नहीं तो कलेक्ट्रेट के सामने करेंगे हड़ताल
उपेन ने सीएम से मांग की है कि थानाधिकारी को सस्पेंड करें नहीं तो वह परमिशन लेकर अजमेर कलक्ट्रेट के बाहर अपने 5-7 साथियों के साथ आमरण अनशन करेंगे। बता दें कि बीते मंगलवार को आरपीएससी के बाहर उपेन यादव और उनके समर्थक अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन के लिए कर रहे थे। इसके बाद पुलिस ने वहां लाठीचार्ज कर वहां से लोगों को खदेड़ा था साथ ही उपेन और उनके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था।