RTDC चेयरमैन का एक साल का कार्यकाल पूरा, बोले- पर्यटन विभाग व RTDC अब कर रहे मां-बेटी की तरह काम
जयपुर। राजस्थान टूरिज्म डवलपमेंट कॉरपोरेशन के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि एक साल पहले जब मैं आरटीडीसी का चेयरमैन बना, तब पर्यटन विभाग और आरटीडीसी सास-बहू की तरह लड़ते थे। अब एक साल में हालात पूरी तरह बदल गए है। पर्यटन मंत्री और अधिकारियों ने पूरा सहयोग दिया, उसी का नतीजा है कि अब सास, मां बन चुकी है और बहू बेटी की तरह काम कर रही है।
इसलिए मुझे लगता है कि अब आरटीडीसी को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है। गौरतलब है कि आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के कार्यकाल का एक वर्ष पूर्ण होने के साथ ही मंगलवार को होटल गणगौर के जीर्णोद्धार की शिलापटि्टका अनावरण किया गया।
सीजन के हिसाब से करें रेट में बदलाव
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि आरटीडीसी को अपनी नीतियों में भी बदलाव लाना होगा। केवल रिनोवेशन करने से ही आरटीडीसी की होटल्स नहीं चलेंगी। हमें पैके ज के तौर पर अपनी होटल्स को ऑनलाइन बेचना पड़ेगा। सीजन के हिसाब से रेटों में बदलाव करना होगा और मार्केट से काॅम्पटिशन करना होगा।
उन्होंने फाइव स्टार होटल्स का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे वहां डिमांड के हिसाब से होटल्स की रेट कम और ज्यादा होती है, उसी तर्ज पर आरटीडीसी को भी होटल्स की रेट कम-ज्यादा करनी पड़ेगी, तभी हम सक्सेसफु ल हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि गणगौर होटल को शादी समारोह के लिए देना शुरू किया जाए तो लोग इसे बुक कर लेंगे।
पर्यटन विकास का नया इतिहास बनेगा
पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि पर्यटन विभाग और आरटीडीसी मिलकर सामूहिक प्रयासों से प्रदेश, पर्यटन विकास का नया इतिहास बनाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर्यटन विभाग और आरटीडीसी के प्रति संवेदनशील हैं। बजट में विभाग का बजट एक हजार करोड़ रुपए से बढ़ाकर पंद्रह सौ करोड़ रुपए करना इस बात को दर्शाता है कि राजस्थान पर्यटन का भविष्य उन्नत है और सरकार इसके विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
सालभर पहले संभाली कमान, चुनौतियां की स्वीकार
चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि उन्होंने जब एक साल पहले आरटीडीसी की कमान संभाली थी, तब आरटीडीसी के हालात ठीक नहीं थे। उन्होंने इसे चुनौती के रूप में स्वीकार किया और ठान लिया कि सीएम अशोक गहलोत के विश्वास पर खरा उतरना है। राठौड़ ने कहा कि पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह के मार्गदर्शन और विभाग के अधिकारियों के सहयोग से आरटीडीसी के कर्मचारियों काे वेतन समय पर मिलने लगा। उनके लिए पेंशन की घोषणा की गई और अब होटलों का जीर्णोद्धार भी करवाया जा रहा है।
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