चुनाव खत्म होते ही मुश्किल में फंसे रविंद्र सिंह भाटी, 32 समर्थकों के खिलाफ FIR दर्ज
barmer jaisalmer loksabha seat 2024 : बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी (Ravindra Singh Bhati) की रैलिया में भारी भीड़ उमड़ी, लेकिन अब चुनाव खत्म होते ही वह बड़ी मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं। 26 तारीख को हुए दूसरे चरण की वोटिंग के दौरान भाटी समर्थकों की गाड़ियों को पुलिस ने सीज कर दिया था।
कई समर्थकों पर पुलिस ने केस दर्ज किया था। इसके बाद 27 तारीख को भाटी अपने समर्थकों की गाड़ी छुड़ाने और उनके खिलाफ दर्ज केस वापस लेने के लिए बालोतरा एसपी ऑफिस के बारह धरने पर बैठ गए थे। पुलिस ने उन्हें आश्वसान दिया जिसके बाद उन्होंने धरना खत्म कर दिया था।
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अब पुलिस ने निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी और उनके 32 समर्थकों के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने, हाईवे जाम करने, धारा 144 का उल्लघंन करने आरोप लगाए हुए नामजद मुकदमा दर्ज किया है। इस बीच रविंद्र सिंह भाटी का 18 सेकंड का का वीडियो सामने आया है, जिसमें भाटी अपील करते हुए कहते हैं, 'अपना उद्देश्य हाईवे को ब्लॉक करना नहीं है। हाईवे से जो गाड़ियां गुजर रही है उनको जगह देना। हम अपनी बात को लोकतांत्रिक तरीके से आगे तक पहुंचाने और रखने आए हैं। आप सभी कॉपरेट करें।'
सीआईडी सीबी को सौंपी जांच
सोमवार देर शाम पचपदरा CI अमराराम खोखर ने रविंद्र सिंह भाटी समेत 32 नामजद और अन्य कई लोगों पर राजकार्य में बाधा डालने, हाईवे जाम करने और धारा 144 के उल्लंघन में मामला दर्ज करवाया है। मामले की जांच सीआईडी सीबी को सौंपी गई है।
भाटी ने लगाए पुलिस पर गंभीर आरोप
भाटी ने 26 अप्रैल हुए दूसरे चरण की वोटिंग को लेकर बात करते हुए कहा कि वोटिंग के बायतु में कई जगह पर उनके समर्थकों को बेवजह पीटा गया। प्रवासी मतदाताओं को वोट देने से इनकार किया गया, उनकी गाड़ियों को सीज किया गया। एक तरफा कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उनके समर्थकों को गिरफ्तार किया। बाड़मेर-जैसलमेर के करीब 100 मतदान केंद्रों पर फर्जी तरीके से वोटिंग हुई , जिसमें प्रशासन की मिलीभगत थी।
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