राजस्थान को मई में मिलेगी वन्दे भारत ट्रेन की सौगात, जयपुर रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण पर खर्च होंगे 717 करोड़
जयपुर। राजस्थान को मई में देश की सबसे तेज दौड़ने वाली ट्रेन वंदे भारत की सौगात मिलेगी। यह बात रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कही। वैष्णव शनिवार को जयपुर के धानक्या स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय की 55वीं पुण्यतिथि पर उपाध्याय के राष्ट्रीय स्मारक स्थल पर आयोजित स्मृति व्याख्यान में शामिल हुए। समारोह समिति की ओर से आयोजित भारत के आधारभूत संरचनात्मक विकास में रेलवे का योगदान विषय पर भी रेल मंत्री ने संबोधित किया।
इस दौरान वैष्णव ने दावा किया कि राजस्थान को मई में वन्दे भारत ट्रेन मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि वन स्टेशन वन प्रोडक्ट की थीम पर रेलवे में काम हो रहा है। जिससे प्रतिदिन 13 हजार ट्रेनों का संचालन हो रहा है और 12 लाख रोजगार रेलवे में है। इस दौरान रेल मंत्री ने कहा कि जयपुर रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण होगा, जिस पर 717 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। जिसका टेंडर किया जा चुका है।
देश में रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की परियोजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि रेलवे ‘विरासत भी, विकास भी’ की सोच के साथ यह काम कर रही है। इसी को लेकर रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने की योजना में जयपुर रेलवे स्टेशन को शामिल किया गया है। पीएम मोदी ने विदेशी तकनीक के स्थान पर भारत की अभियांत्रिकी पर विश्वास जताकर ‘वन्दे भारत’ को भारत में ही निर्मित कराकर चलाया और जल्द ही जयपुर को भी वन्दे भारत ट्रेन से जोड़ा जाएगा।
स्थानीय लोगों ने रखी मांग
व्याख्यान में समारोह समिति के अध्यक्ष मोहनलाल छीपा ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के समक्ष धानक्या रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन में शामिल करने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि धानक्या स्टेशन पर अधिकतर ट्रेनों का ठहराव हो। कोविड से पहले जो ट्रेन यहां रुकती थी उनका भी ठहराव किया जाए। जिससे आसपास के लोगों को खास सुविधा मिल सकें।
यूरोप व भारत की ट्रेन की तुलना में हम आगे
वैष्णव ने कहा कि यूरोप और भारत की ट्रेन में तुलना करने पर भी वन्दे भारत ट्रेन अग्रणी दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि सरकार ने देश की क्षमता पर विश्वास करके एक पटरी पर दो ट्रेन को स्वतः रोकने के लिए कवच का सफल प्रयोग शुरू किया है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सांसद घनश्याम तिवारी ने कहा कि दीनदयाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रचार परंपरा के कार्यकर्ता थे।