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बीजेपी पर भड़के हनुमान बेनीवाल, एक ट्वीट से राजस्थान की सियासत में बवाल

Hanuman Beniwal on Arvind Kejriwal Arrest: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर बीजेपी पर भड़के आरएलपी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कहा कि CM की गिरफ्तार संवैधानिक व्यवस्था का अपमान।
01:08 PM Mar 22, 2024 IST | BHUP SINGH
बीजेपी पर भड़के हनुमान बेनीवाल  एक ट्वीट से राजस्थान की सियासत में बवाल

Hanuman Beniwal on Arvind Kejriwal Arrest: जयपुर। लोकसभा चुनाव के चलते राजस्थान की सियासत गरमाई हुई है। नेताओं के दौरे शुरू हो गए हैं। वहीं एक दूसरे पार्टी और नेताओं पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चल पड़ा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) को गिरफ्तार कर लिया गया है। विपक्षी दल केजरीवाल का सपोर्ट करते हुए केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमलावर हो रहे हैं। कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने केजरीवाल की गिफ्तारी को बीजेपी के तानाशाही कदम बताया। वहीं लोकतात्रिक पार्टी (RLP) के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने भी केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है।

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'CM की गिरफ्तार संवैधानिक व्यवस्था का अपमान'

हनुमान बेनीवाल ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, 'विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश का नेतृत्व करने वाली सरकार द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी करवाना यह इंगित कर रहा है की आने वाले लोक सभा के आम चुनावों से पहले केन्द्र सरकार ED, Income Tax और अन्य स्वतंत्र संस्थाओं का जमकर दुरुपयोग करने वाली है जैसा कि वो विगत दो -तीन वर्षो से करती आ रही है ! इस तरह एक मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी करवाना संवैधानिक व्यवस्था का अपमान है और केंद्र में बैठी भाजपा की सरकार अपने निम्नतम स्तर पर आ गई है लेकिन इतिहास इस बात का साक्षी है की तानाशाहो की सत्ता भी जनमानस के आगे नतमस्तक हुई है ! देश की जनता को मत की चोट से ऐसे तानाशाहो को जवाब देने की जरूरत है !'

'ईडी का काम केवल राजनीतिक तोड़-फोड़ करना'

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर लिखा, 'पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी केन्द्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग की पराकाष्ठा है. ऐसा देश में पहली बार देखा जा रहा है कि संवैधानिक पदों पर बैठे नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है. ईडी का काम केवल राजनीतिक तोड़-फोड़ करना ही रह गया है. लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. ऐसा लगता है कि दिन रात 400 पार का शोर मचा रही भाजपा को 200 सीटों का भी आत्मविश्वास नहीं है. इसलिए इस तरह के तानाशाही कदम रोज उठाए जा रहे हैं।'

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