Alwar Murder Case : पत्नी और प्रेमी को उम्रकैद की सजा, प्यार में रोड़ा बन रहे पति और 4 बच्चों को उतारा था मौत के घाट
अलवर। राजस्थान के अलवर जिले में साल 2017 में चर्चित शिवाजी पार्क हत्याकांड (Shivaji Park Murder Case In Alwar) प्रकरण में कोर्ट ने आज फैसला सुनाया है। कोर्ट ने हत्याकांड में 2 आरोपियों को दोषी मानते हुए सजा सुनाई। कोर्ट ने वारदात में शामिल आरोपी संतोष उर्फ संध्या और उसके प्रेमी हनुमान को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। आरोपी संतोष उर्फ संध्या ने प्रेमी हनुमान के साथ मिलकर अपने पति, 3 बेटे और भतीजे की हत्या कर दी थी।
दरअसल, महिला का पति और उसका बड़ा बेटा उसके प्यार में रोड़ा बन रहे थे। प्यार में अंधी महिला का पति और बड़े बेटे को मारने का प्लान था, लेकिन प्रेमी ने पूरे परिवार को खत्म कर दिया। आरोपी संतोष के सामने ही उसके ब्वॉयफ्रेंड हनुमान ने परिवार के 5 लोगों की जानवरों को काटने वाले छुरे से गला काटकर हत्या कर दी। उसका ब्वॉयफ्रेंड जब वारदात को अंजाम दे रहा था तो महिला पूरी घटना को खड़ी होकर देख रही थी। इतना ही नहीं परिवार के पांच लोगों की हत्या के बाद महिला रातभर लाशों के पास बैठी रही।
हत्याकांड में 4 लोगों को किया था गिरफ्तार
पूरे मामले में महिला, उसके प्रेमी सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। 6 साल बाद कोर्ट ने सोमवार को फैसला सुनाते हुए सभी को दोषी माना। जिसके बाद मंगलवार को कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए विभिन्न धाराओं में अलग-अलग सजा सुनाई। दोनों आरोपियों को आजीवन कारावास और 50 हजार रुपए के आर्थिक दंड का निर्णय सुनाया। न्यायालय के फैसले के बाद दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
15 साल पहले हुई थी महिला की शादी
बता दें कि कठूमर के गारू गांव निवासी महिला की संतोष शर्मा उर्फ संध्या की करीब 15 साल पहले 1999 में अलवर के शिवाजी पार्क में रहने वाले बनवारी लाल शर्मा से शादी हुई थी। शादी के बाद दोनों के 3 बच्चे थे। शादी के बाद पति की आय कम होने के कारण संतोष ने ताइक्वांडो (मार्शल आर्ट) की कोचिंग लेकर अलवर में ही ट्रेनर बन गई थी।
साल 2014 में हनुमान के संपर्क में आई थी संतोष
इसी बीच साल 2014 में बच्चों को ताइक्वांडो की ट्रेनिंग देने दौरान वह उदयपुर में हनुमान के संपर्क में आई। हनुमान अविवाहित था और संतोष से 10 साल छोटा था। धीरे-धीरे दोनों की बीच नजदीकियां बढ़ने लगी। इसके बाद दोनों चोरी छिपे करीब ढ़ाई साल तक एक-दूसरे से मिलने लगे। इसी दौरान दोनों के अफेयर के बारे में संतोष के पति बनवारी और बेटे मोहित को पता चल गया। महिला के अफेयर के बारे में पता लगने के बाद पति और बेटे मोहित ने संतोष के बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी। संतोष ने यह बात अपने प्रेमी हनुमान को बताई। इसके बाद दोनों ने मिलकर पति और बेटे मोहित को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। इसके बाद दोनों ने पति और बेटे की हत्या की योजना बनाई। हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए हनुमान ने अपने दोस्त दीपक और कपिल को शामिल कर लिया। इसके बाद वारदात को अंजाम देने के लिए ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए छुरा मंगावाया। इसके बाद 2 अक्टूबर की रात महिला ने अपनी प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
खाने में मिलाई नींद की गोलियां…
पुलिस जांच में सामने आया था कि हत्याकांड से पहले संतोष ने खाने में नींद की गोलियां मिला दी थी। जिससे कोई जाग नहीं सके। इसके बाद रात करीब 12 बजे महिला ने अपने प्रेमी को घर पर बुलाया। हनुमान के साथ दीपक और कपिल वारदात को अंजाम देने के लिए घर पहुंचे सोते हुए बनवारीलाल (45) और बेटे अमन (17) पर चाकू से हमला किया और उनकी हत्या की। इसी दौरान वहां सो रहे बच्चे भी जाग गए। पकड़े जाने के डर से उन्होंने एक के बाद एक हैप्पी (15) अज्जू (12) और भतीजे निक्की (10) को मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस ने ऐसे किया वारदात का खुलासा
एक साथ पांच लोगों की मौत की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। वहीं संतोष ने ससुरालवालों पर जमीन विवाद में पूरे परिवार की हत्या का आरोप लगया। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए परिवार से पूछताछ कर संतोष के कॉल डिटेल खंगाली। पुलिस की जांच में संतोष की हनुमान के साथ दीपक और कपिल के बारे में सुराग मिला। पुलिस ने जांच के बाद हत्याकांड में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार मामले का पर्दाफाश किया।