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Rajasthan: क्या है ‘वोट फ्रॉम होम’ सुविधा? घर से कैसे डालना है वोट…कहां करना है आवेदन, यहां जानें सबकुछ

12:59 PM Oct 14, 2023 IST | Sanjay Raiswal

Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 का बिगुल बज गया है। भारत निर्वाचन आयोग ने राजस्थान में चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। भारतीय निर्वाचन आयोग ने राजस्थान में चुनाव की तारीख में बदलाव कर दिया गया है। चुनाव आयोग ने राजस्थान में वोटिंग की तारीख 23 से बदलकर 25 नवंबर कर दी है। इसी के साथ ही चुनाव आयोग ने घर से वोट यानी 'होम वोटिंग' का ऑप्शन दिया है।

क्या है 'होम वोटिंग' का ऑप्शन…

बता दें कि राजस्थान के विधानसभा चुनावों में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब वोट फ्रॉम होम की सुविधा मांगने वाले वोटर्स को इसका फायदा मिल सकेगा। 'होम वोटिंग' का ऑप्शन के तहत सिर्फ 80 साल की उम्र पार कर चुके बुजुर्गों और 40 फीसदी तक दिव्यांग व्यक्तियों को यह सुविधा दी गई है। चुनाव आयोग ने प्रदेश में ऐसे करीब 18.5 लाख लोग चिह्नित किए हैं। अगर आपके घर में भी कोई 80 साल से ज्यादा का बुजुर्ग या दिव्यांग व्यक्ति है जो वोट देने नहीं जा सकता है। इसके लिए चुनाव आयोग ने वोट फ्रॉम होम की सुविधा दी है।

कैसे किया जा सकता है इसका इस्तेमाल…

वोट फ्रॉम होम की सुविधा के लिए सबसे जरूरी फॉर्म 12डी है। जो भी मतदाता इस श्रेणी में आता है वह इसके लिए बीएलओ से फार्म ले सकते हैं। यह निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर ऑनलाइन भी उपलब्ध है। वोट फ्रॉम होम के लिए 30 अक्टूबर को अधिसूचना लागू होगी। इसके बाद 5 दिन के भीतर 4 नवंबर तक यह आवेदन भरकर जमा कराना होगा।

इसके बाद 9 नवंबर को नाम वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी हो जाएगी। इसके बाद वोट फ्रॉम होम की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जो वोटिंग से एक दिन पहले यानी 24 नवंबर तक चलेगी।

मत पत्र तैयार होते ही शुरू होगी वोटिंग…

25 नवंबर को प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 9 नवंबर को प्रत्याशियों के नाम वापसी की प्रक्रिया पूरी होगी। इसी के साथ ही प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी हो जाएगी। जब यह साफ हो जाएगा कि किस विधानसभा सीट पर कौन-कौन प्रत्याशी हैं।

इसके बाद मत पत्र प्रकाशित होते ही ये टीमें घर-घर जाकर ऐसे आवेदन करने वाले मतदाताओं से मतदान कराने लग जाएंगे। यह प्रक्रिया वोटिंग से एक पहले यानी 24 नवम्बर तक करा सकेंगे।

राजनीतिक दलों को भी भेजी जाएगी सूची…

वोट फ्रॉम होम के लिए तय अवधि में ऐसे मतदाता फॉर्म भरकर देंगे। उनके आवेदनों की जांच रिटर्निंग अधिकारी करेंगे। उसके बाद ही पूरी लिस्ट बनाई जाएगी। ये लिस्ट संबंधित राजनीतिक दलों को भी भेजी जाएगी। जिससे यह उनको पता चल सके कि ये मतदाता घर से ही वोट करने की सुविधा लेने वाले हैं। इसके बाद चुनाव आयोग से उम्मीदवारों की सूची फाइनल होने के बाद निर्वाचन विभाग मतपत्र छापेगा।

घर में बनाएंगे मतदान केंद्र…

मतदान को लेकर पूरे राज्य में अलग-अलग जिलों में कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। वोट फ्रॉम होम का सारा काम बूथ एरिया ऑफिसर के सुपरविजन में काम होगा और वह पूरी टीम रिटर्निंग ऑफिसर को रिपोर्ट देंगे।

वोट फ्रॉम होम के लिए जिस के घर मतदान होना है, वहां एक कमरे या किसी कोने में मतदान केंद्र जैसा तैयार किया जाएगा। साथ में एक फोल्डिंग टेबल भी होगी। घर में ही कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद वोटिंग कम्पार्टमेंट बनाया जाएगा। जिसमें फोल्डिंग टेबल लगाई जाएगी। साथ में जो सीलबंद (बॉक्स) लेकर जाएंगे जिसमें मतदाता अपना वोट करने के बाद उसमें डाल देगा। जो मत पत्र दिया जाएगा इसमें जिस उम्मीदवार को वोट करना है उसके आगे राइट का निशान लगा देंगे।

वोट फ्रॉम होम वाले पोलिंग बूथ पर नहीं कर पाएंगे वोटिंग…

वोट फ्रॉम होम की पूरी रिपोर्ट रोजाना आरओ को दी जाएगी। इसके बाद वह रिपोर्ट चुनाव आयोग को जयपुर मुख्यालय पर भेजी जाएगी। अगर किसी वोटर ने सूची में एक बार अंकित कर दिया कि वे घर से ही मतदान करना चाहते हैं। इसके बाद वो चाह कर भी पोलिंग बूथ पर वोटिंग नहीं कर पाएंगे।

दो बार मिलेगा मौका…

वोट फ्रॉम होम के लिए आवेदन करने वाले मतदाता के घर चुनाव आयोग की टीम 2 बार जाएगी। मतदाता पहली बार में घर नहीं मिलने पर वोटिंग टीम दूसरी बार फोन पर समय पूछेगी। उसके बाद ही टीम मतदाता के घर पहुंचेगी। अगर दोनों बार मतदाता नहीं मिला तो तीसरी बार उसे यह अवसर नहीं मिलेगा।

इसमें मतदाता ध्यान रखें कि जो पता फॉर्म में भरा है केवल उसी पते पर मतदान कराया जा सकेगा। टीम किसी भी अन्य जगह पर मतदान कराने नहीं जाएगी। इसलिए अपने पता वही भरें जहां आप वोटिंग के समय में रहने वाले हैं। टीम शेड्युल के हिसाब से ही वोट करवाएगी। फिर चाहे आपके पड़ोस में भी होम वोटिंग के लिए किसी ने अप्लाई किया हो।

शेड्यूल के अनुसार वोटिंग संभव…

वोट फ्रॉम होम के लिए जिस दिन उसका शेड्यूल होगा उसी दिन वोटिंग संभव हो पाएगी। टीम जब वोट कराने जाएगी तब पूरा सत्यापन करेगी। सबसे पहले टीम मतदाता के नाम व पता को लेकर दस्तावेज से सत्यापन करेगी। इसके बाद वोट देने के लिए पूरा सेटअप लगाया जाएगा। इसमें जो सूची होगी उसमें मतदाता के हस्ताक्षर कराएंगे, इसके बाद उसको मत पत्र इश्यू किया जाएगा। जब टीम घर पहुंच जाएगी तो सबसे पहले वीडियोग्राफर उतरेगा। वह टीम के उतरने से लेकर उसके घर जाने से लेकर पूरी प्रक्रिया को रिकॉर्ड करेगा। जब वोट देने की बारी आएगी तब उसके मत की गोपनीयता बनी रहे इसके लिए वहां की रिकॉर्डिंग नहीं की जाएगी।

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