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Rajasthan Election: कल प्रियंका गांधी का दौसा में ERCP को लेकर केंद्र पर हल्ला बोल, तैयारी पूरी

कांग्रेस की इस यात्रा के दौसा जिले के कांदोली के समीप सिकराय पहुंचने पर जनसभा आयोजित की जाएगी। इसमें प्रियंका गांधी वाड्रा शिरकत कर लोगों को संबोधित करेंगी।
05:14 PM Oct 19, 2023 IST | Kunal Bhatnagar

Congress Yatra Over Ercp Issue: राजस्थान में विधानसभा चुनावों की रणभेरी बजने के साथ ही पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को लेकर कांग्रेस हमलावर मोड में आ गई है जहां केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं किए जाने को लेकर कांग्रेस की जन जागरण यात्रा जारी है। कांग्रेस की इस यात्रा के दौसा जिले के कांदोली के समीप सिकराय पहुंचने पर जनसभा आयोजित की जाएगी। इसमें प्रियंका गांधी वाड्रा शिरकत कर लोगों को संबोधित करेंगी। जनसभा में प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सीएम अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, सहप्रभारी काजी मोहम्मद निजामुद्दीन, अमृता धवन व वीरेंद्र सिंह राठौड़ भी भाग लेंगे।

प्रियंका गांधी करेंगी आमसभा को संबोधित

कांदोली गांव में भारत जोड़ो सभा स्थल पर जहां भारत जोड़ो यात्रा के समय राहुल गांधी एवं भारत यात्रियों का विश्राम स्थल तैयार हुआ था उसी स्थान पर 20 अक्टूबर को सुबह 11 बजे प्रियंका गांधी आम जनता को संबोधित करेंगी।

जनसभा के लिए बैठक

जनसभा की तैयारी के लिए जयपुर शहर, जयपुर देहात, दौसा, अलवर जिला कांग्रेस कमेटियों द्वारा बैठक कर पदाधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई है तथा सभी नेता मंडल स्तर पर सभाएं कर अधिक से अधिक संख्या में जनसभा में लोग शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं।

सभा के लिए कांग्रेस ने बनाई कमेटी

ईआरसीपी यात्रा के समापन पर 20 अक्टूबर को प्रियंका गांधी की सभा के लिए कांग्रेस ने कमेटी बनाई है। मंत्री ममता भूपेश, परसादी लाल मीणा, विश्वेंद्र सिंह, मुरारी लाल मीणा और राजपाल शर्मा को कमेटी में शामिल किया है, जो सभा की तैयारियों को लेकर जिम्मेदारी संभालेगी।

क्या है ERCP ?

ERCP पूरा नाम ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य दक्षिणी राजस्थान में बहने वाली चंबल और उसकी सहायक नदी कुन्नू, पार्वती, कालीसिंध में बारिश के दौरान ओवरफ्लो होते पानी को इकट्ठा कर उसे राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी जिलों में भेजना है जिससे वहां पीने के पानी और फसलों की सिंचाई के लिए होती कमी को पूरा किया जा सके। इस य़ोजना की अनुमानित लागत लगभग 60 हजार करोड़ रुपए है। इस परियोजना से राजस्थान की 40 प्रतिशत जनता की प्यास बुझाने का उद्देश्य है। साथ ही करीब 4.31 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई के लिए पानी का सामाधान होगा।

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