Rajasthan Election 2023: युवा मतदाताओं को रिझाने का प्रयास! कांग्रेस ने घोषणापत्र में युवाओं से क्या-क्या वादे किए? पढ़िए
राजस्थान में अबकि बार युवा वोटर्स काफी निर्णायक भूमिका निभाने का काम करेंगे। यह बात दोनो ही राजनीति दल जानते है। इस लिए दोनो पार्टिया भी युवाओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने का काम कर रही है।
01:13 PM Nov 21, 2023 IST | Kunal Bhatnagar
Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में अबकि बार युवा वोटर्स काफी निर्णायक भूमिका निभाने का काम करेंगे। यह बात दोनो ही राजनीति दल जानते है। इस लिए दोनो पार्टिया भी युवाओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने का काम कर रही है। ऐसा ही कुछ आज कांग्रेस के द्वारा जारी किए गए मैनिफेस्टो में देखने को मिला है। जिसमें युवाओं के लिए कई लोकलुभावन घोषणाओं की गई है। युवाओं के लिए कांग्रेस ने क्या-क्या घोषणाएं की है पढ़िए….
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कांग्रेस द्वारा युवाओं के लिए की गई घोषणाएं
- समावेशी विकास के प्रति प्रतिबद्धताः राजस्थान की नई राज्य युवा नीति 2023 में सभी 18 विशेष युवा समूहों की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे व भेदभाव रहित विकास को बढ़ावा देंगे।
- युवा नेतृत्वः सामुदायिक संगठनों, संस्थानों और सरकारी निकायों के भीतर नेतृत्व पदों पर युवाओं की भागीदारी बढ़ाने और राजनीतिक प्रक्रियाओं और नागरिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहन देंगे।
- नेतृत्व और व्यक्तित्व विकासः विशेष युवा समूहों सहित स्कूलों और समुदायों में युवा व्यक्तियों के लिए नेतृत्व और व्यक्तित्व विकास कार्यक्रमों का विस्तार करेंगे।
- स्वयंसेवी प्रशिक्षण मंच: राज्य भर में युवाओं को सशक्त बनाने के लिए स्वयंसेवी प्रशिक्षण और प्रबंधन का मंच प्रदान करेंगे।
- सेवा और सीखने के अवसरः कॉलेजों और स्कूलों में सेवा और सीखने के अवसर स्थापित करने, स्कूल और विश्वविद्यालय के मूल्यांकन से जुड़े स्वयंसेवी कार्यों के घंटों के लिए क्रेडिट की पेशकश करेंगे।
- अनुभवों का आदान-प्रदानः युवा उपलब्धि हासिल करने वालों, पीआरआई नेताओं, एनवाईके स्वयंसेवकों, एनसीसी, एनएसएस, स्काउट और गाइड और महिला एसएचजी के बीच अनुभवों के आदान-प्रदान को बढ़ायेंगे ।
- राजीव गांधी राष्ट्रीय युवा विनिमय कार्यक्रमः देश भर में युवाओं के बीच क्रॉस-लर्निंग और साझाकरण को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम जारी करेंगे।
- खेल बुनियादी ढांचे को मजबूत करना: ग्राम पंचायत, ब्लॉक, जिला और संभाग स्तर पर खेल के बुनियादी ढांचे को विकसित और मजबूत करेंगे।
- नागरिक जुड़ावः युवाओं को नागरिक गतिविधियों में शामिल होने और गंभीर मुद्दों के समाधान के लिए सामाजिक परियोजनाएं शुरू करेंगे।
- उत्कृष्टता केंद्र (सीओई): खेलों में राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले एथलीटों को प्रोत्साहन देने हेतु संभागीय स्तर पर "सीओई (उत्कृष्टता केन्द्रों)" की स्थापना करेंगे।
- क्षमता निर्माणः प्रशिक्षकों, तकनीकी कर्मचारियों और प्रबंधकों सहित खेल पेशेवरों के कौशल को बढ़ाने के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम और सहायता प्रदान करेंगे।
- डिजिटल साक्षरता क्लबः प्रत्येक ग्राम पंचायत और ब्लॉक स्तर पर डिजिटल साक्षरता क्लब की स्थापना करेंगे।
- खेल प्रतियोगिताओं का आयोजनः राजीव गांधी ओलंपिक खेलों (ग्रामीण और शहरी) जैसे प्रतियोगी आयोजनों सहित अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं को व्यवस्थित रूप से आयोजित करने की योजना बनायेंगे।
- खेल विभाग का डिजिटलीकरण: बेहतर खेल प्रशासन, योजना कार्यान्वयन, प्रचार, प्रशिक्षण और सोशल मीडिया सहभागिता के लिए सभी स्तरों पर खेल विभाग का डिजिटलीकरण सुनिश्चित करेंगे।
- गुणवत्तापूर्ण कोचः जमीनी स्तर से लेकर विशिष्ट स्तर तक युवाओं के साथ काम करने के लिए गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षकों की नियुक्तियां करेंगे ।
- नई खेल सुविधाएँ: जिला मुख्यालयों पर हर मौसम के अनुकूल स्विमिंग पूल और सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक सहित नई खेल सुविधाएँ स्थापित करेंगे।
- स्थानीय खेलों को बढ़ावा देना: युवा हितों के अनुरूप तीरंदाज़ी, कबड्डी, हॉकी और खो-खो जैसे स्थानीय स्वदेशी और पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देंगे।
- स्थानीय प्रतिभा खोज और समर्थनः स्थानीय प्रतिभा की पहचान और समर्थन करने के लिए ग्राम-स्तरीय 'खेल मित्र' कैडर के गठन की सुविधा प्रदान करेंगे।
- वार्षिक 'ग्रामीण ओलंपिक': खिलाड़ियों को पर्याप्त खेल अवसर प्राप्त हों यह सुनिश्चित करने के लिए हर साल 'ग्रामीण ओलंपिक' जैसे कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
- खेल छात्रावास और अकादमियों में सुविधाओं का विकासः जिला और राज्य स्तर पर आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित खेल छात्रावास और खेल अकादमियों का निर्माण करेंगे।
- युवा नेतृत्व विकासः स्कूलों, कॉलेजों में युवा नेतृत्व विकास के प्रति प्रतिबद्धता और ग्राम सभाओं जैसे स्थानीय शासन प्लेटफार्मों में सक्रिय भागीदारी का निर्माण करेंगे।
- युवाओं के मुद्दों के लिए मंच: ऐसे प्लेटफार्म जहां युवा उनसे जुड़े मुद्दों को व्यक्त कर सकें, चिन्हित किए जाएँगे और युवाओं को ग्राम सभाओं में प्रतिनिधित्व सहित निर्णय लेने में शामिल किया जाएगा।
- फीडबैक तंत्रः गांवों और शहरों में चल रहे विकास कार्यक्रमों पर फीडबैक देने के लिए युवाओं के लिए मंच बनाया जाएगा, और जवाबदेही और गुणवत्ता सुनिश्चित की जायेगी।
- विश्व स्तरीय प्रशिक्षणः उत्कृष्ट प्रदर्शन वाले असाधारण युवा एथलीटों को विश्व स्तरीय प्रशिक्षण और कोचिंग प्रदान करेंगे।
- आईईसी और जागरूकता कार्यक्रमः राजस्थान युवा बोर्ड के माध्यम से राज्य की विभिन्न योजनाओं की जागरुकता के लिए सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
- युवा गतिविधियों के लिए बजटन बढ़ाना: छात्रों के व्यक्तित्व विकास और स्काउट्स एंड गाइड्स, एनसीसी, एनएसएस और खेल संस्कृति जैसी गतिविधियों के लिए आवंटित बजट में वृद्धि करेंगे।
- विधायी फ़ेलोशिपः संसदीय फ़ेलोशिप के समान एक विधायी फ़ेलोशिप शुरू करेंगे जिसके माध्यम से युवाओं को विधायकों और मंत्रियों के साथ काम करने का अवसर प्रदान करेंगे।
- राजीव गांधी युवा मित्रः सरकारी कल्याण योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में जागरुकता पैदा करने के लिए राजीव गांधी युवा कोर के तहत राजीव गांधी युवा मित्र के रूप में युवाओं का एक कैडर विकसित करेंगे.
- युवा संसद और परिषद्ः युवा मुद्दों की उपेक्षा न हो यह सुनिश्चित करने के लिए सभी समुदायों के पर्याप्त प्रतिनिधित्व के साथ ग्राम पंचायत स्तर पर युवा परिषदों और संसदों का आयोजन करेंगे।
- वंचित युवाओं के लिए केन्द्रित कार्यक्रमः वंचित युवाओं के लिए उन पर केन्द्रित जागरुकता और क्षमता निर्माण कार्यक्रम शुरू करेंगे।
- गिग वर्कर्स कल्याण अधिनियम को मजबूत बनाना: गिग वर्कर्स कल्याण अधिनियम को अधिक मजबूती प्रदान करके उसे बेहतर तरीके से लागू करेंगे।
- युवा हैंगआउट: ऐसे स्थानों का निर्माण करवाएंगे जहां युवा मिल सकें, सीख सकें और परियोजनाओं पर एक साथ काम कर सकें ताकि रचनात्मकता और कौशल विकास को बढ़ावा मिले ।
- कैरियर मार्गदर्शन केंद्रः स्कूलों और कॉलेजों में कैरियर मार्गदर्शन केंद्रों की स्थापना करना ताकि छात्रों को उनकी शिक्षा और भविष्य के कैरियर मार्ग के बारे में निर्णय लेने में सहायता मिल सके, जिससे ड्रॉपआउट को रोका जा सकें ।
- ड्राप आउट करने वाले संभावित युवाओं पर विशेष ध्यान: ऐसे छात्रों की पहचान करना जो परिस्थितिवश पढ़ाई छोड़ सकते हो, उन्हें जोड़े रखने की प्रतिबद्धता के चलते यह सुनिश्चित करना कि वे लगातार आगे बढ़ते रहे और उज्जवल भविष्य को प्राप्त करें।
- एनईईटी (नॉट इन एजुकेशन, एम्प्लॉयमेंट ऑर ट्रेनिंग ) युवाओं के लिए व्यावहारिक कौशल: व्यावहारिक कौशल को सुगम बनाना जिससे एनईईटी (शिक्षा, रोजगार या प्रशिक्षण में नहीं हैं) युवाओं के लिए नौकरी के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे।
- छोटे शहरों में नौकरी के अवसरः एनईईटी युवाओं के लिए घर के नजदीक नौकरी के अवसर पैदा करने के लिए छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में व्यवसायों और उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहित करेंगे।
- नेटवर्किंग और कौशल विकासः एनईईटी युवाओं को संभावित नियोक्ताओं और सलाहकारों से जोड़ने के लिए कार्यक्रम, कार्यशालाएं और नेटवर्किंग सत्र आयोजित करेंगे।
- खेल, कला और रचनात्मकता को बढ़ावा देना: एनईईटी (नॉट इन एजुकेशन, एम्प्लॉयमेंट ऑर ट्रेनिंग ) युवाओं को खेलों में भाग लेने, कलात्मक कार्यों में संलग्न होने, आत्मविश्वास विकसित करने और नए कौशल प्राप्त करने के लिए अपनी रचनात्मकता का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
- एनईईटी युवाओं के लिए विशिष्ट शिक्षण कार्यक्रमः एनईईटी युवाओं की विशिष्ट आवश्यकताओं का समर्थन करने के लिए उन्हें केंद्र में रखकर शिक्षण कार्यक्रम विकसित करेंगे।
- निजी क्षेत्र के साथ सहयोग: एनईईटी युवाओं के लिए प्रशिक्षुता कार्यक्रम और इंटर्नीशप के अवसरों के सृजन हेतु निजी क्षेत्र के संगठनों के साथ गठजोड़ करेंगे जिससे उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त हो ।