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Rajasthan Election-2023 : राजस्थान के चुनावी रण में वंशवाद हावी

मिशन सरकार रिपीट में जुटी कांग्रेस के लिए वंशवाद और परिवारवाद एक बार फिर सिरदर्दी साबित हो सकता है।
07:27 AM May 29, 2023 IST | Anil Prajapat
Rajasthan Election-2023

(दिनेश डांगी): जयपुर। मिशन सरकार रिपीट में जुटी कांग्रेस के लिए वंशवाद और परिवारवाद एक बार फिर सिरदर्दी साबित हो सकता है। क्योंकि टिकट के लिए इस बार भी करीब 20 नेता पुत्र और अन्य रिश्तेदार जोर आजमाइश कर रहे हैं। हालांकि पार्टी ने उदयपुर चिंतन शिविर में एक परिवार से एक सदस्य को ही टिकट देने का फार्मूला तय कर चुकी है, पर फार्मूले की काट के तौर पर नेताजी ने खुद को मैदान से हटाते हुए अपनी औलादों और अन्य रिश्तेदारों को आगे कर दिया है।

दोनों ही दलों से हर कोई टिकट चाहता है। रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स से लेकर नेताओं के बेटा-बेटी सहित अन्य रिश्तेदार अभी से टिकट की जुगाड़ में जुट गए हैं। कांग्रेस के लिए वंशवाद और परिवारवाद हमेशा से ही एक बड़ी चुनौती रहा है। नेताजी के रसूख के चलते मन मसोसकर पार्टी को फिर टिकट भी देना पड़ता है। लिहाजा इस बार कईं नेता पुत्रों और उनके नाते-रिश्तेदारों ने टिकट के लिए ताल ठोक दी है।

राजनीति में हो गए सक्रिय, विधानसभा क्षेत्रों को बनाया कर्मभूमि

कांग्रेस के कई नेता पुत्र है जो टिकटों के लिए अभी से सक्रिय हो गए हैं। इनमें से किसी का बेटा पीसीसी सदस्य है तो कोई प्रधान है तो कोई बोर्ड में उपाध्यक्ष। ताज्जुब की बात है कि अधिकतर मंत्रियों और विधायकों के बेटे ही टिकट की दावेदारी जता रहे हैं। औलादों के लिए नेताजी अपनी सीट और खुशियां, सब कुर्बान करने को तैयार हैं। नेताजी विधानसभा क्षेत्र में सारा काम बेहतर ढंग से संभालने के तर्क भी इनके टिकट के लिए गिना रहे हैं। इसमें कई नेता पुत्र और रिश्तेदार पिछली बार भी टिकट मांग रहे थे। लेकिन आखिरी दौर में वो रेस में पिछड़ गए थे। लिहाजा चुनाव नजदीक आ गए हैं और इन्होंने फिर से प्रयास शुरू कर दिए हैं। हालांकि सत्ता विरोधी लहर को देखते हुए कांग्रेस वंशवाद से बचने की पूरी कोशिश करेगी। क्योंकि पिता और पुत्र के चुनाव लड़ने को लेकर जनता में आंकलन अलग ढंग से होता है। देखने वाली बात यह है कि इस बार कितने नेता पुत्रों और रिश्तेदारों की लॉटरी खुलती है।

धारीवाल, ओला, मेघवाल, परसादी व हेमाराम के रिश्तेदार टिकट के इच्छुक

नाम रिश्तेदार का नाम विधानसभा क्षेत्र

मंत्री शांति धारीवाल अमित धारीवाल(बेटा) कोटा उत्तर

मंत्री परसादीलाल मीणा कमल मीणा (बेटा) लालसोट

मंत्री बृजेन्द्र ओला अमित ओला (बेटा) झुंझुनू

मंत्री हेमाराम चौधरी सुनिता चौधरी (बेटी) गुढामालानी

दीपेन्द्र शेखावात बालेन्दु शेखावात (बेटा) श्रीमाधोपुर

मंत्री गोविंदराम मेघवाल सरिता मेघवाल (बेटी) खाजूवाला

जितेन्द्र गुर्जर सोनिया सिंह (बेटी) खेतड़ी

वीनोद लीलावाली भूपेन्द्र चौधरी (बेटा) हनुमानगढ़

गुरमीत कुन्नर रुबी कुन्नर (बेटा) करणपुर

परसराम मोरदीया राकेश मोरदीया (बेटा) धोद

रघु शर्मा सागर शर्मा (बेटा) केकड़ी

मंगलाराम गोदारा केसाराम गोदारा (बेटा) श्रीडूंगरगढ़

जोगिन्द्र सिंह अवाना हिमांशु अवाना (बेटा) नदबई

भगवान सहाय सैनी विष्णु सैनी (बेटा) चौमूं

भरोसीलाल जाटव बृजेश जाटव (बेटा) हिण्डौन

हरिमोहन शर्मा सत्येश शर्मा (बेटा) हिण्डोली

बाबूलाल बैरवा अवधेश बैरवा (बेटा) कठूमर

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