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Rajasthan: कार्यकर्ता कर रहे इंतजार, मलाई ले गए रिश्तेदार…टिकट बंटवारे में कांग्रेस-बीजेपी पर हावी परिवारवाद

राजस्थान के विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के दौरान भाजपा ने अब तक 124, कांग्रेस ने 76 टिकट बांटे हैं.
02:32 PM Oct 25, 2023 IST | Kunal Bhatnagar
rajasthan  कार्यकर्ता कर रहे इंतजार  मलाई ले गए रिश्तेदार…टिकट बंटवारे में कांग्रेस बीजेपी पर हावी परिवारवाद

Rajasthan Assembly Election 2023: राजनीति और परिवारवाद का संबध काफी पुराना रहा है। इसी की छलक राजस्थान के विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के दौरान दिखाई दे रही है। प्रदेश में भाजपा ने अब तक 124, कांग्रेस ने 76 टिकट बांटे हैं। इनमें भाजपा ने 11, कांग्रेस ने 15 ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं। जिनके परिवार से कोई न कोई सदस्य विधायक, सांसद, मंत्री रहा है। प्रदेश में करीब 81 ऐसी सीटें हैं, जिन्हें किसी न किसी नेता का गढ़ माना जाता है। इनमें 40 सीटें ऐसे ही नेता परिवारों से जुड़ी हैं, जहां दशकों से संबंधित परिवार का सियासी दबदबा रहा है।

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इन सीटों पर दिखा परिवारवाद का जोर

  • देवली-उनियारा से पूर्व सांसद प्रत्याशी किरोड़ी सिंह बैंसला के बेटे विजय बैंसला।
  • दीया कुमारी विद्याधर नगर पूर्व सांसद गायत्री देवी और पूर्व जयपुर राजपरिवार।
  • सिद्धि कुमारी बीकानेर पूर्व दादा करणी सिंह 1952 से 1977 तक सांसद रहे।
  • श्रीमाधोपुर से 4 बार विधायक रहे हरलाल सिंह खर्रा के बेटे झाबरसिंह खर्रा।
  • मंजीत चौधरी मुंडावर, पूर्व विधायक धर्मपाल चौधरी के पुत्र।
  • शैलेश सिंह डीग कुम्हेर पूर्व मंत्री डॉ. दिगंबरसिंह के पुत्र हैं।
  • पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद सांवरलाल जाट के पुत्र रामस्वरूप लांबा नसीराबाद।
  • डॉ. ज्योति मिर्धा नागौर पूर्व सांसद नाथूराम मिर्धा की पोती हैं।
  • कन्हैयालाल मीना, धरियावद के पूर्व विधायक गौतमलाल मीना के बेटे।
  • पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी की बेटी दीप्ति माहेश्वरी राजसमंद।
  • मकराना के पूर्व विधायक श्रीराम भींचर की पुत्रवधू सुमिता भींचर।

कांग्रेस में भी यहीं हाल

  • पूर्व प्रतिपक्ष नेता रामेश्वर डूडी की पत्नी सुशीला डूडी नोखा।
  • भंवरलाल शर्मा के पुत्र अनिल शर्मा सरदार दशकों तक शहर को जीतते रहे।
  • पूर्व केंद्रीय मंत्री शीशराम ओला के पुत्र ब्रजेंद्र ओला, झुंझुनूं।
  • जुबेर खान रामगढ़ 1990 से इसी सीट पर लड़ रहे हैं, पिछली बार उनकी पत्नी साफिया को टिकट मिला था।
  • मेवाराम जैन, बाड़मेर से दो बार सांसद, तीन बार विधायक रहे बिरदीचंद जैन के रिश्तेदार।
  • पूर्व मंत्री भंवरलाल मेघवाल के पुत्र मनोज मेघवाल सुजानगढ़।
  • रामनारायण चौधरी की बेटी रीटा चौधरी मंडावा से 6 बार जीतीं।
  • पूर्व राज्यसभा सांसद अबरार अहमद के बेटे दानिश अबरार सवाई माधोपुर।
  • पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट और पूर्व विधायक-सांसद रमा पायलट के बेटे सचिन पायलट टोंक।
  • नाथूराम मिर्धा परिवार से विजयपाल मिर्धा डेगाना, पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा के पुत्र।
  • दिव्या मदेरणा ओसियां पूर्व विधानसभा अध्यक्ष परसराम मदेरणा की पोती, पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा की बेटी हैं।
  • महेंद्र विश्नोई लूणी, पूर्व मंत्री रामसिंह विश्नोई के पोते और पूर्व विधायक मलखान विश्नोई के बेटे हैं।
  • पूर्व मंत्री गुलाब सिंह शक्तावत की बहू, पूर्व विधायक गजेंद्र शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत वल्लभनगर।
  • विवेक धाकड़, कन्हैयालाल धाकड़ के बेटे हैं, जो मांडलगढ़ से तीन बार प्रत्याशी रहे।
  • रोहित बोहरा राजाखेड़ा, पूर्व मंत्री प्रद्युम्न सिंह के बेटे

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