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Rajasthan Election 2023: 36 केंदों पर 1121 ARO तैनात, सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने मतगणना की तैयारियों की समीक्षा की है गुप्ता ने कहा कि राजस्थान विधानसभा चुनाव-2023 की मतगणना के लिए मतगणना केन्द्रों पर समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं।
03:53 PM Dec 01, 2023 IST | Kunal Bhatnagar

Rajasthan Election 2023: मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने मतगणना की तैयारियों की समीक्षा की है गुप्ता ने कहा कि राजस्थान विधानसभा चुनाव-2023 की मतगणना के लिए मतगणना केन्द्रों पर समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। उन्होंने बताया कि 3 दिसंबर को सुबह 8 बजे से सभी केंद्रों पर पोस्टल बैलेट और 8.30 बजे से ईवीएम के जरिए वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी।

36 केंदों पर 1121 एआरओ तैनात

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता के अनुसार 199 विधानसभा क्षेत्रों के लिए सभी 36 केंद्रों पर वोटों की गिनती के लिए 1121 एआरओ तैनात किये गये हैं। वोटों की गिनती जयपुर, जोधपुर और नागौर में दो-दो केंद्रों पर और बाकी 30 चुनावी जिलों में एक-एक केंद्र पर होगी।

कुल 4245 राउंड में वोटों की गिनती

गुप्ता ने बताया कि 51890 मतदान केंद्रों पर ईवीएम में मिले वोटों की गिनती के लिए मतगणना केंद्रों पर 2524 टेबल लगाई गई हैं। इनमें कुल 4245 राउंड में वोटों की गिनती पूरी होगी। शिव विधानसभा क्षेत्र की वोटों की गिनती अधिकतम 41 राउंड तक चलेगी, जबकि अजमेर दक्षिण की वोटों की गिनती सिर्फ 14 राउंड में पूरी होगी।

सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम

उन्होंने बताया कि मतगणना स्थल और उसके आसपास के इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है. मतगणना प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के तहत केंद्रीय पुलिस बल और आरएएसी की व्यापक तैनाती होगी। उन्होंने बताया कि मतगणना स्थल पर प्रवेश के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी है, ताकि मतगणना स्थल पर किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो।

'अनिवार्य सत्यापन' पद्धति को भी लागू किया

गुप्ता ने कहा कि आयोग के निर्देशों का पालन करते हुए यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि परिणाम बिना किसी त्रुटि और देरी के समय पर घोषित हो जाएं उन्होंने कहा कि मतगणना में पूर्ण निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अपनाई गई 'अनिवार्य सत्यापन' पद्धति को भी लागू किया जाएगा। इसमें वोटों की पूरी गिनती के बाद प्रत्येक विधानसभा के मतदान केंद्रों से लॉटरी द्वारा 5-5 वीवीपैट का चयन किया जाएगा, उनकी पर्चियों की गिनती की जाएगी और ईवीएम से प्राप्त वोटों से मिलान किया जाएगा।

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