Rajastan Diwas 2024 : 75 साल का हुआ आपणो राजस्थान… जानें-क्यों खास है रजवाड़े और हवेलियां
रिपोर्टर : संजय रैसवाल। राजस्थान जो अपने इतिहास के लिए दुनियाभर में जाना जाता है, आज वह 75 साल का हो गया है। साल 1949 में राजस्थान राज्य का गठन हुआ था, जो कि कुल 22 रियासतों को मिलाकर बना था। हालांकि, राजस्थान की 22 रियासतों का भारत में विलय करना आसान नहीं था। क्योंकि, यहां की धरती शुरू से ही राजा-महाराजाओं की रही है। राजस्थान के स्थापना दिवस पर आज हम कुछ दिलचस्प बातें बताने जा रहे, जिसे जानकर आपको गर्व होगा।
राजस्थान को पहले अपने इस नाम से नहीं जाना जाता था, बल्कि यह राजपूताना नाम से जाना जाता था। क्योंकि यहां के रजवाड़े-हवेलियां और थार का रेगिस्तान टूरिस्ट अपने-आप में खास है। यहां बालू के टीलों, रेगिस्तान और चट्टानों की धरती है। इन्हीं सब खूबियों के चलते यहां के ऐतिहासिक किले और सांस्कृतिक महत्व के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
वहीं अगर क्षेत्रफल की बात करें तो यह भारत का सबसे बड़ा राज्य है। यह देश के उत्तर-पश्चिम इलाके में स्थित है। यहां के बड़े-बड़े किले, संस्कृति, पहनावे की झलक पर्यटकों को काफी आकर्षित करते हैं। यह राज्य रीति-रिवाजों और परंपराओं का एक शानदार स्थान है। इस राज्य का मशहूर नारा 'पधारो म्हारे देश' लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है।
यहां के रजवाड़े-हवेलियां और थार का रेगिस्तान टूरिस्ट अपने-आप में खास है। गुलाबी, नीले और सोने के रंग से सजे यहां के शहर अपने आप में खास है। बता दें कि 30 मार्च 1949 को तत्कालीन गृहमंत्री सरदार पटेल ने जयपुर के सिटी पैलेस में हुए समारोह में ग्रेटर राजस्थान का उद्घाटन किया था।
राजस्थान टूरिज्म को लेकर दुनियाभर में अलग पहचान बना चुका है। जयपुर यहां की राजधानी है। जयपुर यहां का सबसे बड़ा शहर भी है। यहां हर पर्व-त्योहार के साथ अलग-अलग व्यंजनों की भी परंपरा है। जैसे तीज-गणगौर पर पूरे राजस्थान में घेवर बनाए जाते हैं। ऐसे ही प्रसिद्ध मिठाई है सांभर की फीणी, जो खासतौर से मकर संक्रांति के मौके पर बनाई जाती है। जयपुर से लगभग 80 किमी दूर सांभर की पहचान केवल नमक और खारे पानी की झील से ही नहीं यहां की फीणी से भी है।
वहीं राजवाड़ों के प्रदेश राजस्थान में आज भी कई राज परिवार मौजूद हैं। इनमें से कई राजनीति में भी सक्रिय हैं। इन राज परिवारों के विवाद भी अक्सर चर्चा में बने रहते हैं।
राजस्थान के महल और किले विदेशों से आने वाले पर्यटकों को बहुत आकर्षित करते हैं। यहां घूमने के लिए ना सिर्फ देश से बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं। यहां पर होने वाली ज्यादातर शादियां बिल्कुल शाही अंदाज में की जाती हैं। इसलिए आजकल आम और खास दोनों की ही पसंदीदा वेडिंग डेस्टिनेशन राजस्थान बन चुका है। असल में यहां की सभ्यता और संस्कृति लोगों को बहुत भाती है। जिसके चलते यहां पर आलीशान शादियां आए दिन होती रहती हैं। यहां के पारंपरिक गाने और नृत्य शादी में चार चांद लगा देते हैं।