राजस्थान में BJP का मिशन-25...जयपुर में सभी मोर्चों की बैठक, सभी वर्गों को साधने का मिला टास्क
Loksabha Election 2024: राजस्थान में विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत के बाद अब पार्टी ने लोकसभा के लिए कमर कस ली है जहां मंगलवार को जयपुर में बीजेपी कार्यालय में अपने सातों मोर्चों की एक अहम बैठक ली जिसमें पार्टी की ओर से सभी समाज और वर्गों को साधने का काम दिया गया है. जानकारी के मुताबिक बीजेपी के 7 मोर्चों की इस बैठक को बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने संबोधित किया और इसमें प्रदेश सहप्रभारी विजया राहटकर भी मौजूद रही. बताया जा रहा है कि बीजेपी राजस्थान में लोकसभा चुनावों के लिए मिशन-25 में जुट गई है.
मालूम हो कि इससे पहले बीजेपी ने प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों को 8 कलस्टर में बांटकर उनके कलस्टर इंचार्ज नियुक्त किए थे जिसके बाद इन कलस्टर इंचार्जों की भी मंगलवार को दिल्ली में एक अहम बैठक होने जा रही है. वहीं इससे पहले 13 जनवरी को बीजेपी कार्यालय में प्रदेश और जिला इकाइयों की बैठक हुई थी.
मोर्चों को क्या पार्टी ने क्या टास्क दिया है?
बता दें कि मंगलवार को बीजेपी ऑफिस में हुई बैठक में सभी 7 मोर्चों में एससी मोर्चा, एसटी मोर्चा, ओबीसी मोर्चा, अल्पसंख्यक मोर्चा, किसान, महिला और युवा मोर्चा के सभी पदाधिकारी शामिल रहे जहां इन्हें पार्टी ने जाति, समाज और विशेष वर्ग को साधने का संदेश दिया.
पार्टी की ओर से कहा गया कि लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी मिशन 25 पर काम कर रही है जहां विधानसभा चुनावों की तर्ज पर ही मोर्चों के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन और केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी आम जनता तक पहुंचाई जाए.
कलस्टर इंचार्जों का भी मंथन!
इधर बीजेपी की मंगलवार को प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों को लेकर नियुक्त किए गए सभी 8 कलस्टर इंचार्ज की भी बैठक होने वाली है. मालूम हो कि हर एक कलस्टर में 4 और सात में 3-3 लोकसभा सीटों को बांटा गया है. बताया जा रहा है कि लोकसभा में करीब 10-12 सीटें ऐसी है जहां बीजेपी को कम वोट मिले थे ऐसे में उन सीटों पर अभी मंथन चल रहा है कि किस रणनीति से पार्टी को वहां मजबूत किया जाए.
इन कलस्टर इंचार्ज में पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, पूर्व उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, पूर्व कैबिनेट मंत्री व उपाध्यक्ष प्रभुलाल सैनी, सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, राज्यसभा सांसद राजेन्द्र गहलोत, पूर्व राज्यसभा सांसद नारायण पंचारिया और पूर्व प्रदेश पदाधिकारी प्रसन्न चंद मेहता को शामिल किया गया है.