चुनाव के लिए पुलिस मुस्तैद चप्पा-चप्पा चाक चौबंद
ओमप्रकाश शर्म। प्रदेश में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर पुलिस प्रशासन भी पूरी मुस्तैदी के साथ तैयार हो गया है। आचार संहिता की पालना कराने से लेकर चुनावों को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने तक के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। आचार संहिता की पालना के लिए आरएसी में तैनात आईजी विकास कुमार को स्टेट नोडल अधिकारी बनाया गया है। चुनाव के दिन तिपूर्णसंचालन, सुरक्षा व पारदर्शिता बनाने के लिए पुलिस मैनेजमेंट की भी कवायद की जा रही है। आचार संहिता का पालन कराने के लिए पुलिस के दो हजार उड़न दस्ते बनाए गए हैं जो प्रदेश में चुनावों को लेकर होने वाली अवैध गतिविधियों पर नजर रखेंगे। इसकी पूरी मॉनिटरिंग पुलिस मुख्यालय से होगी।
पहली बार दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाइवे और भारत माला एक्सप्रेस हाइवे पर 24 घंटे पुलिस का जाप्ता तैनात रहेगा। यह जाप्ता उन स्थानों पर लगाया जाएगा, जहां-जहां से एक्सप्रेस हाइवे पर वाहनों की एंट्री होती है। वाहनों की 24 घंटे चेकिंग होगी। इस बार खास बात है कि पुलिस पांच विभागों के साथ मिलकर 25 नाके लगाएगी। दरअसल इस दौरान पुलिस अवैध रूप से ले जाए जाने वाली नगदी, हथियार, मादक पदार्थ व शराब पकड़ेगी ताकि आचार संहिता की पालना हो सके। पुलिस ने संवदेनशील निर्वाचन क्षेत्रों का चयन कर लिया है जहां पर उड़न दस्ते तीन पारियों में धरपकड़ करेंगे।
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250 चेक पोस्ट और 250ही नाकों पर सभी जिलों की सीमाओं पर चौकसी की जाएगी। पुलिस ने जिले के अंदर व सभी जिलों की सीमाओं पर 250 चेक पोस्ट बनाए हैं और इतनी ही संख्या में नाके बनाए हैं। यहां एक जिले से दूसरे जिले में आने वाले संदिग्ध लोगों व वाहनों की निगरानी की जाएगी।
1 लाख 45 हजार जवानों ने संभाली थी व्यवस्था
प्रदेश के गत विधानसभा चुनाव-2018 मंे सभी 33 जिलों में चुनाव संचालन की व्यवस्था के लिए 1 लाख 44 हजार 950 जवानों को लगाया गया था। इनमें 49202 प्रदेश के पुलिसकर्मी शामिल थे। 8035 सेंट्रल पैरामिलिट्री पुलिस फोर्स के जवान, 19272 होमगार्ड्स, 15 हजार दसू रे राज्यों के होम गार्ड्स व 9085 आरएसी के जवान व 3356 अन्य जवान इस फोर्समें शामिल थे। सर्वाधिक 13024 जवानों की तैनाती जयपुर जिले में की गई थी। सबसे कम 1636 जवान प्रतापगढ़ जिले में लगाए गए थे। इस चुनाव में भी मतदान दिवस के दिन लगभग इतनी ही फोर्स को लगाने की तैयारी की जा रही है।
पकड़ा था 370 किलो विस्फोटक
पिछले विधानसभा चुनाव के समय आचार संहिता के दौरान प्रदेशभर में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 370.1 किलो विस्फोटक पदार्थ जब्त किए थे। प्रदेशभर में 4206 अवैध हथियार पकड़े गए थे। पिछले चुनावों में समझदारी दिखाते हुए प्रदेश के नागरिकों ने 1 लाख 60 हजार 327 लाइसेंस्ड हथियारों को सरेंडर कर दिया था। इसके साथ ही 3 लाख 95 हजार 151 लोगों को सीआरपीसी की धारा 107/116 के तहत पाबंद किया गया था। पुलिस ने 2 लाख 14 हजार 575 लोगों पर नॉन बेलेबल वारंट के तहत कार्रवाई की थी। प्रदेशभर में राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते हिसां की 5 बड़ी घटनाएं हुई थीं जिनमें 13 लोग घायल हुए थे। हालांकि इन घटनाओं में किसी की मौत नहीं हुई थी।
एप से मैनेज होगा डाटा
पुलिस की ओर से प्रतिदिन की जाने वाली कार्रवाईयों के लिए एक एप बनाया गया है। इस एप पर प्रतिदिन की गिरफ्तारी व बरामदगियों सहित अन्य संबंधित डाटा संग्रहित किया जाएगा। पुलिस के साथ आयकर विभाग, वन विभाग, आबकारी विभाग और नारकोटिक्स विभाग के कर्मचारी भी मौजूद रहेंगे।
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सर्वाधिक संवेदनशील केंद्र जयपुर में
पिछले चुनाव में जयपुर जिले में सर्वाधिक 1588 मतदान कें द्रों को संवेदनशील चिन्हित किया गया था। प्रदेश में 10389 मतदान केंद्र संवेदनशील थे। जयपुर के बाद दौसा में 952, भरतपुर में 807, पाली में 777, जोधपुर में 742, अलवर में 737 व बाड़मेर में 626 मतदान केंद्र संवेदनशील थे। सबसे कम सिरोही में 32 मतदान केंद्र संवेदनशील थे। इन चुनावों में भी संवेदनशील मतदान कें द्रों का आंकड़ा कमोबेश यही रहेगा।
आचार संहिता की पालना कराएंगे
विधानसभा चुनावों की तिथि घोषित हो चुकी है। आचार संहिता की पालना कराई जाएगी। धनबल के दुरूपयोग को रोका जाएगा और तस्करी पर निगरानी करके कार्रवाई करेंगे। विकास कुमार, आईजी, आरएएसी ओमप्रकाश शर्मा