'राहुल मानसरोवर यात्रा पर नॉनवेज खाकर गए…' वीके सिंह बोले- धर्म क्या होता है उन्हें नहीं पता
Jaipur: प्रदेश में भाजपा की परिवर्तन यात्रा का दौर लगातार जारी है। यात्रा में आयोजित जनसभाओं के साथ लगातार बीजेपी के प्रदेश स्तर से लेकर केंद्र स्तर के तमाम नेता राजस्थान में आकर राज्य सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे है। इस बीच सोमवार को केंद्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह दौसा पहुंचे। इस दौरान वीके सिंह ने राज्य सरकार के साथ ही राहुल गांधी पर निशाना साधा है।
राहुल गांधी पर निशाना
वीके सिंह सोमवार को दौसा में हिंदुत्व के मुद्दे पर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा जो व्यक्ति भारत में पेंट-टीशर्ट और विदेश में जाकर कुर्ता-पायजामा पहने, उसके लिए क्या कहा जा सकता है। उन्होंने आगे कहा- राहुल गांधी ने जनेऊ पहनी, मंदिर जाकर घंटी बजाई और व कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने से पहले नॉनवेज खाकर गए। ऐसे में जिन्हें पता ही नहीं है कि धर्म क्या होता है, उनके लिए कुछ नहीं बोला जा सकता।
राज्य सरकार पर हमला
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाने के साथ ही राज्य सरकार पर कई मामलों को लेकर हमलावर होते हुए नजर आए। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि महिला उत्पीड़न में राजस्थान नंबर एक पर है, पेपर लीक कर युवाओं के साथ धोखाधड़ी की जा हो रही है, भ्रष्टाचार चरम पर है, साथ ही बिजली संकट से किसान बेतहाशा परेशान हैं।
भारत के अंदर आएगा POK
-आगे मीडिया से बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि इंतजार करें POK (पाक अधिकृत कश्मीर) भी भारत में आएगा। जनरल वीके सिंह से पीओके के शिया मुस्लिमों की ओर से भारत का रास्ता खोलने की मांग को लेकर सवाल किया गया था। इस पर उन्होंने जवाब दिया- POK अपने आप भारत के अंदर आएगा, थोड़ा इंतजार कीजिए।
प्रियंका गांधी के बयान को बताया बचकाना
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने आगे प्रियंका गांधी के बयान को बचकाना करार देते हुए कहा कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का स्टेटमेंट पढ़कर मुझे लगा कि वे अभी बचकाना ज्यादा हैं। कोई भी व्यक्ति अपने देश के लिए अच्छा भाव मन में नहीं रखता तो फिर उसके लिए कुछ नहीं कहा जा सकता।
अच्छे नेता को मौका देगी पार्टी
प्रेसवार्ता के दौरान CM फेस को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में वीके सिंह ने कहा कि जहां भी चुनाव होते हैं, वहां भाजपा चेहरा घोषित नहीं करती बल्कि प्रधानमंत्री के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा जाता है। लेकिन सभी को मानकर चलना चाहिए कि जो लोग अच्छे, उपयोगी और जिन पर जनता का विश्वास है, ऐसे नेताओं को ही पार्टी मौका देगी।