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राजस्थान में 67 साल बाद जम्बूरी ‘महाकुंभ’ का आगाज, राष्ट्रपति मुर्मू ने किया शुभारंभ, राज्यपाल-मुख्यमंत्री भी रहे साथ

राजस्थान में 67 साल बाद जम्बूरी ‘महाकुंभ’ का आगाज हुआ।
05:06 PM Jan 04, 2023 IST | Anil Prajapat
राजस्थान में 67 साल बाद जम्बूरी ‘महाकुंभ’ का आगाज  राष्ट्रपति मुर्मू ने किया शुभारंभ  राज्यपाल मुख्यमंत्री भी रहे साथ

पाली। राजस्थान में 67 साल बाद जम्बूरी ‘महाकुंभ’ का आगाज हुआ। पाली जिले के रोहट में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज दोपहर 3.15 बजे 18वीं राष्ट्रीय स्काउट गाइड जम्बूरी की शुरुआत की। राष्ट्रपति ने झंडा रोहण के बाद दीप प्रज्ज्वलन कर सात दिन तक चलने वाली जम्बूरी का शुभारंभ किया। समारोह को संबोधिति करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आज देशभर से 37 हजार से अधिक स्काउट गाइड आए है। स्काउट गाइड हाथ मिलाते हैं तो बायां हाथ आगे बढ़ाते है। दुनियाभर में स्काउट गाइड समर्पण के भाव से काम करते हैं। 1965 के बाद 2023 में राजस्थान को मेजबानी का मौका मिला है। भारतीय स्काउट गाइड का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। स्काउट गाइड में सेवा की भावना के लिए युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। 65 लाख की सदस्यता के साथ संगठन में भारत का सर्वोच्च स्थान है।

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18वीं राष्ट्रीय स्काउट गाइड जम्बूरी के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमें खुशी है कि साल 1956 में पहली बार राजस्थान में जम्बूरी हुई थी और अब दूसरी बार 67 साल बाद राजस्थान को जम्बूरी के आयोजन का मौका मिला है। हमें इस बात की खुशी है कि जम्बूरी में 400 विदेशियों सहित देशभर के विभिन्न राज्यों से करीब 35 हजार स्काउट और गाइड भाग ले रहे हैं। सीएम गहलोत ने स्काउट का महत्व बताते हुए कहा कि मैं भी बचपन में स्काउट में रहा था। इसलिए मैं इसका महत्व जानता हूं। जम्बूरी से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। देश-विदेश से आए लोगों को सात दिन तक चलने वाली जम्बूरी में बहुत कुछ सीखने का मौका मिलेगा। अभी जिंदगी में जो सीख लेंगे, वो जीवनभर साथ चलेगा।

उन्होंने कहा कि ये अंतर्राष्ट्रीय संगठन है और इसकी अलग ही पहचान है। स्काउट्स जिम्मेदारी के साथ काम करते है। कोरोना काल में भी स्काउट ने बहुत अच्छा काम किया। इनकी सेवा का अपना महत्व है। समाज भी इनकी सेवाओं को सम्मान के रूप में देखता है। सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान में जम्बूरी कायमाब होगी। सरकार ने भी इस काम में पूरा साथ दिया। इस दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भारत स्काउट गाइड के अध्यक्ष अनिल जैन, स्काउट गाइड स्टेट कमिश्नर निरंजन आर्य, पीसीसी चीफ गोविदं सिंह डोटासरा, मंत्री बीडी कल्ला, जाहिदा खान, सांसद पीपी चौधरी आदि मौजूद रहे।

राष्ट्रपति ने ज्ञान सरोवर में किया मेडिटेशन

इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को माउंट आबू में ब्रह्मकुमारी संस्थान स्थित ज्ञान सरोवर में संस्थान के अनुयायी की तरह सुबह 3.30 बजे उठी और करीब 4.30 बजे तक मेडिटेशन किया। राष्ट्रपति ने मेडिटेशन के बाद सुबह 7 बजे रोज सुनाई जाने वाली मुरली क्लास में भाग लिया, जो करीब 7.30 मिनट तक चली। इसके बाद राष्ट्रपति ने ज्ञान सरोवर से अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय पांडव भवन पहुंचकर ब्रह्माबाबा के समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान बाबा के कमरे, कुटिया तथा हिस्ट्री हॉल का अवलोकन किया। इसके बाद पांडव भवन से ज्ञान सरोवर पहुंची। यहां लंच के बाद राष्ट्रपति 1.45 बजे मानपुर हैलीपेड से पाली के लिए रवाना हुईं। जहां पर पाली जिले के रोहट में 18वीं राष्ट्रीय स्काउट गाइड जम्बूरी का शुभारंभ किया।

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