सीकर में गर्भवती महिला को बेटी संग जिंदा जलाया, परिजनों ने दहेज मांगने का लगाया आरोप, पति गिरफ्तार
सीकर। राजस्थान के सीकर में गर्भवती महिला को उसकी मासूम बेटी के साथ जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। पीहर पक्ष ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए जलाकर मारने का आरोप लगाया है। पुलिस ने महिला के पति को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है। डीएसपी रामप्रताप विश्नोई मामले की जांच कर रहे है। यह घटना सीकर के फतेहपुर की है।
रामगढ़ थानाधिकारी बिमला बुड़ानिया ने बताया कि हादसे में तिहाय गांव की विवाहिता रिंकू (24) पत्नी आकाश सिंह और उसकी मासू बेटी (1) की मौत हो गई। महिला करीब 3 महीने की गर्भवती भी थी। मृतका के भाई सचिन पुत्र गोपाल सिंह की रिपोर्ट पर बहन के पति और सास- ससुर के खिलाफ उसकी बहन को दहेज के लिए परेशान करने, जलाकर मारने का मामला दर्ज कराया है।
दहेज के लिए परेशान करने का आरोप
थानाधिकारी बिमला बुड़ानिया ने बताया कि खिरोड़ निवासी महिला के भाई सचिन (बैंककर्मी) ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। सचिन ने शिकायत में बताया कि उसकी बहन रिंकू की तिहाय निवासी आकाश (24) पुत्र भवानी सिंह के साथ 17 फरवरी 2022 को शादी हुई थी। भवानी सिंह जयपुर में कपड़े के शोरूम में सेल्समैन का काम करता हैं और वहीं पर किराए का कमरा लेकर रहता था। वह महीने में एक दो बार घर आता था। सचिन का आरोप है कि उसकी बहन को पति और ससुराल वाले दहेज के लिए परेशान करते थे। ससुरालवालों ने बहन को उसकी एक साल की बेटी के साथ डीजल डालकर आग लगा दी, जिसमें दोनों की मौत हो गई।
हादसे से पहले भाई को किया था फोन
बहन रिंकू ने सोमवार सुबह सचिन को फोन किया था। कहा था-ससुराल वाले झगड़ा और मारपीट करते हैं, मुसे ससुराल से ले जाओ। इस पर सास से बात की तो उन्होंने कहा कि घर का मामला है हम निपटा लेंगे। करीब एक घंटे बाद दोबारा फोन किया तो बहन ने रोते हुए बताया कि मारपीट कर रहे हैं। इस दौरान बात करते-करते हुए फोन कट हो गया। वापस लगाने पर कॉल कनेक्ट नहीं हुआ और फोन बंद आने लगा।
अनहोनी का शक होने पर भाई अपनी बहन के ससुराल तिहाय गांव बजे पहुंचा। वहां देखा कि बहन का शव घर में बरामदे में पड़ा हुआ था। बहन के ससुराल वाले और आस-पास के लोग घर में थे। वहीं मौके पर बहन का पति मौजूद नहीं था। सभी लोग अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे। इस पर रामगढ़ पुलिस को मामले की सूचना दी। करीब 10 बजे पुलिस मौके पर पहुंची और शव को रामगढ़ सरकारी हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया। पोस्टमार्टम के बाद नवलगढ़ के खिरोड़ गांव में पीहर पक्ष ने विवाहिता का अंतिम संस्कार किया। रिंकू दो भाइयों की इकलौती बहन थी।छोटा भाई योगेंद्र पढ़ाई कर रहा है।
जयपुर जे जाते समय बच्ची की मौत
थानाधिकारी ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। गंभीर घायल बच्ची को फतेहपुर के धानुका अस्पताल ले जाया गया, जहां से सीकर और वहां से जयपुर रेफर कर किया गया। जयपुर ले जाते समय बीच रास्ते में ही बच्ची ने दम तोड़ दिया। एफएसएल की टीम ने घटना स्थल की जांच की और चार डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया है। फिलहाल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने और गांव के लोगों के बयान के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।