PM Vishwakarma Yojana : 5% ब्याज पर मिलेगा लोन…जानिए किन्हें और कैसे मिलेगा योजना का लाभ?
PM Vishwakarma Yojana : नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना का शुभारंभ करेंगे। मोदी के जन्मदिन पर शुरू हो रही इस योजना का लाभ उन्हीं कारीगरों को मिलेगा, जिन्होंने बायोमेट्रिक आधारित पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर पंजीकरण करा रखा है। सुबह 11 बजे नई दिल्ली के द्वारका स्थित इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर से योजना का शुभारंभ होगा। इस अवसर पर प्रदेश के जयपुर, कोटा, उदयपुर सहित कई जगह कार्यक्रम होंगे।
विश्वकर्मा योजना में अगले 5 साल तक 13000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इस योजना के लिए परिवार का केवल एक ही सदस्य आवेदन कर सकता है। कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार 3 लाख रुपये तक का लोन भी देगी। यह लोन दो किस्तों में दिया जाएगा। इस ऋण पर 5 प्रतिशत की रियायती ब्याज लगेगा। अगर आप इस योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आप पीएम विश्वकर्मा योजना के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
क्या है योजना का उद्देश्य?
इस नई योजना का उद्देश्य अपने हाथों और सामान्य उपकरणों से काम करने वाले पारंपरिक कारीगरों व शिल्पकारों को मान्यता देना है। इसके अलावा उन्हें व्यापक सहायता प्रदान करना है, जिससे उनके उत्पादों की गुणवत्ता, स्तर व पहुंच में सुधार हो सके। खास बात ये है कि उन्हें एमएसएमई मूल्य श्रृंखलाओं के साथ एकीकृत किया जा सके।
इन्हें मिलेगा योजना का लाभ
केंद्र सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत 18 पारंपरिक कारीगरों को शामिल किया गया है। इस योजना का लाभ मछली पकड़ने का जाल बनाने वाला, दर्जी, धोबी, मालाकार, नाई, पारंपरिक गुड़िया व खिलौना बनाने वाला, टोकरी-चटाई-झाड़ू बनाने वाले-कॉयर बुनकर, राजमिस्त्री, मोची, मूर्तिकार, पत्थर तोड़ने वाले, कुम्हार, सुनार, ताला बनाने वाला, हथौड़ा व टूल किट बनाने वाला, लोहार, शस्त्र बनाने वाले, नाव बनाने वाला और बढ़ई ले पाएंगे।
योजना के तहत क्या-क्या मिलेगा?
इस योजना के तहत लाभार्थियों को पीएम विश्वकर्मा सर्टिफिकेट व आईडी कार्ड, बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग से जुड़े स्किल अपग्रेडेशन, 15 हजार रुपए का टूलकिट प्रोत्साहन, पहली किस्त में 5 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर पर 1 लाख रुपए, दूसरी किस्त पर 2 लाख रुपए तक कोलेटरल फ्री क्रेडिट सपोर्ट, डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए इन्सेंटिंव, मार्केटिंग सपोर्ट के जरिए मान्यता, स्किल ट्रेनिंग और 500 रुपए प्रतिदिन स्टाइपेंड मिलेंगे।
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