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राजस्थान में वोटिंग के बीच 'पायलट' बने मोदी, फाइटर प्लेन तेजस में भरी उड़ान, सोशल मीडिया पर छाई फोटो

12:57 PM Nov 25, 2023 IST | Sanjay Raiswal
राजस्थान में वोटिंग के बीच  पायलट  बने मोदी  फाइटर प्लेन तेजस में भरी उड़ान  सोशल मीडिया पर छाई फोटो

PM Flies In Tejas: राजस्थान में आज विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। राजस्थान की कुल 200 विधानसभा सीटों में से 199 पर मतदान हो रहा है। 2023 के विधानसभा चुनाव में 199 सीटों के लिए 1862 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। इस चुनाव में कुल 1863 प्रत्याशी मैदान में हैं।

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इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बेंगलुरु में लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी। पीएम मोदी शनिवार यानी 25 नवंबर को बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमटेड (HAL) की फैसिलिटी पहुंचे थे। पीएमओ के मुताबिक, वो तेजस जेट की मैन्यूफैक्चिरिंग हब (विनिर्माण) का निरिक्षण करने के लिए आए हुए थे। केंद्र सरकार रक्षा उत्पादों के स्वदेशी उत्पादन पर लगातार जोर देते रहती है। उन्होंने इस बात को अक्सर रेखांकित किया है कि कैसे उनकी सरकार ने भारत में ही रक्षा उपकरणों के विनिर्माण और निर्यात को बढ़ावा दिया है।

बता दें कि तेजस भारत द्वारा विकसित किया जा रहा एक हल्का व कई तरह की भूमिकाओं वाला जेट लड़ाकू विमान है। यह हिन्दुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड द्वारा विकसित एक सीट और एक जेट इंजन वाला, अनेक भूमिकाओं को निभाने में सक्षम एक हल्का युद्धक विमान है। यह बिना पूंछ का, कम्पाउण्ड-डेल्टा पंख वाला विमान है।

तेजस को खरीदने में कई देशों ने रुचि दिखाई…

कई देशों ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस को खरीदने में रुचि दिखाई है और अमेरिकी रक्षा दिग्गज जीई एयरोस्पेस ने प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा के दौरान एमके-2-तेजस के लिए संयुक्त रूप से इंजन का उत्पादन करने के लिए एचएएल के साथ एक समझौता किया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस साल अप्रैल में कहा था कि वित्त वर्ष 2022-2023 में भारत का रक्षा निर्यात 15,920 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा था कि यह देश के लिए उल्लेखनीय उपलब्धि है।

क्या है तेजस की खूबियां…

तेजस एक स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट विमान है जो किसी भी मौसम में उड़ान भर सकता है। ये दो पायलट वाला फाइटर जेट है. इसे LiFT यानी लीड-इन फाइटर ट्रेनर कहते हैं। इसे ग्राउंड अटैक एयरक्राफ्ट भी बुलाते हैं यानी जरुरत पड़ने पर इससे हमला भी किया जा सकता है।

इन दिग्गज नेताओं ने लड़ाकू विमान में उड़ान भरी…

पीएम मोदी से पहले कई नेता उड़ान भर चुके है। इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने करीब आठ महीने पहले 7 अप्रैल 2023 को असम के तेजपुर एयरफोर्स स्टेशन से सुखोई 30 MKI फाइटर जेट में 30 मिनट की सॉर्टी की। सुखोई जेट ने सुबह 11 बजकर 8 मिनट पर टेक ऑफ किया। और 11 बजकर 38 मिनट पर लैंड किया। सुखोई में उड़ान भरने वाली वे देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति बन गई हैं। उनसे पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा सिंह पाटिल ने भी सुखोई में उड़ान भरी थी।

वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बतौर रक्षा मंत्री 17 जनवरी 2018 को राजस्थान में सुखोई-30 MKI में उड़ान भरी थी। वह पायलट का जी-सूट पहनने और पीछे की सीट पर बैठने वाली देश की पहली महिला रक्षा मंत्री बनी थीं।

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने मई 2016 में सुखोई-30 MKI विमान में उड़ान भरी थी। उन्होंने पंजाब में भारतीय वायुसेना के हलवारा बेस से सुपरसोनिक जेट में लगभग 30 मिनट तक उड़ान भरी। सुखोई 56 हजार 800 फीट तक उड़ान भर सकता है। इसकी अधिकतम गति 2,100 किमी प्रति घंटा है।

वहीं इससे पहले 19 फरवरी 2015 को भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने एयरो इंडिया एयर शो के दौरान सुखोई-30MKI में उड़ान भरी थी।

अगस्त 2015 में रक्षा राज्य मंत्री के रूप में राव इंद्रजीत सिंह ने दिल्ली के पास हिंडन एयरबेस से सुखोई-30 में उड़ान भरी।

इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने 25 नवंबर 2009 को सुखोई-30 MKI में उड़ान भरने वाली पहली महिला राष्ट्र प्रमुख बनकर इतिहास रच दिया। उन्होंने 74 साल की उम्र में पुणे में वायुसेना बेस से फ्रंटलाइन सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू जेट विमान में सुपरसोनिक स्तर के करीब 30 मिनट की उड़ान के लिए उड़ान भरी।

इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम 8 जून 2006 को भारतीय वायुसेना के सुखोई-30 एमकेआई पर 30 मिनट की उड़ान भरने वाले पहले राष्ट्रपति थे। उन्होंने सुपरसोनिक गति से उड़ान भरते हुए कॉकपिट में लगभग 40 मिनट बिताए।

इससे पहले एनडीए सरकार में रक्षा मंत्री के रूप में, जॉर्ज फर्नांडीस ने 22 जून, 2003 को लोहेगांव वायु सेना स्टेशन से SU-30 MKI में उड़ान भर चुके है।

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