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SCO Summit 2022 में यूक्रेन युद्ध, खाद्य संकट और आपसी साझेदारी पर बोले PM नरेंद्र मोदी

02:12 PM Sep 16, 2022 IST | Jyoti sharma

SCO Summit 2022 : उज्बेकिस्तान के समरकंद में SCO मीटिंग का आयोजन हो रहा है आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सम्मेलन में हिस्सा लिया। उनका उजबेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके SCO  के सभी देशों के राषट्राध्यक्षों के साथ फोटो सेशन हुआ। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाईं तरफ से पहले स्थान पर खड़े थे। चौथे नंबर पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और छठे नंबर पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन खड़े थे।

‘SCO देशों के साथ ज्यादा से ज्यादा भारत करेगा साझेदारी’

फोटो के बाद सभी राष्ट्राध्यक्षों ने बैठक (SCO Summit 2022) में हिस्सा लिया। सम्मेलन के अपने संबोधन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मुद्दों पर खुलकर भारत के विचार रखे। उन्होंने कहा कि SCO के सदस्य देश वैश्विक जनसंख्या में लगभग 30 प्रतिशत का योगदान देते हैं और विश्व की 40 प्रतिशत जनता भी SCO देशों में निवास करती है। भारत SCO सदस्यों के बीच अधिक से अधिक सहयोग और आपसी विश्वास का समर्थन करता है।

उन्होंने भारत को मैन्यूफैक्चरिंग का हब बनाने औऱ स्टार्ट अप में भारत के अनुभव को SCO देशों के थ साझा करने की इच्छा भी जताई। उन्होंने कहा कि भारत में 70 हजार से अधिक स्टार्टअप्स है और 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। हमारा यह अनुभव SCO देशों के साथ साझा करना चाहेंगे। उनके साथ हम स्टार्ट अप्स में साझेदारी करेंगे। हम भारत को स्टार्ट अप और मैन्यूफैक्चरिंग का हब बनाने की कोशिश में अग्रसर हैं।

‘कोरोना, यूक्रेन युद्ध से आई वैश्विक मंदी’

कोरोना महामारी से पूरे विश्व में आई आर्थिक मंदी और उससे आई वैश्विक समस्याओं पर बात करते हुए मोदी (SCO Summit 2022) ने कहा कि दुनिया COVID-19 महामारी पर काबू पा रही है। COVID और यूक्रेन संकट के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में कई व्यवधान उत्पन्न हुए। हम भारत को एक विनिर्माण केंद्र में बदलना चाहते हैं। इस साल भारत की अर्थव्यवस्था के 7.5% की दर से बढ़ने की उम्मीद है। मुझे खुशी है कि हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। मोदी ने कहा कि हम जन-केंद्रित विकास मॉडल पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम हर क्षेत्र में नवाचार का समर्थन कर रहे हैं।

खाद्य सुरक्षा एक वैश्विक समस्या

प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक खाद्य सुरक्षा का मुद्दा उठाते (SCO Summit 2022) हुए कहा कि खाद्य संकट पूरे विश्व के सामने एक बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि हमें खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। उसके लिए एक समाधान पर भी विचार करना चाहिए वो यह है कि हमें मिलेट्स की पैदावार को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाना चाहिए। मिलेट्स एक सुपरफूड है यह SCO सदस्यों और विश्व के कई भागों में हजारों सालों से उगाया जा रह है। हमें मिलेट फूड फेस्टिवल पर विचार करना चाहिए। अगले साल 2023 को वियन इंटरनेशनल यूरोप मिलेट्स के रूप में मनाया जाएगा।

‘पारंपरिक दवाओं का डेस्टिनेशन है भारत’

हमें SCO के अन्तर्गत एक मिलेट फूड फेस्टिवल के रूप में मनाए जाने पर विचार करना चाहिए। अप्रैल 2022 ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन गुजरात में उद्घाटन हुआ है। यह WHO का पारंपरिक दवाओं पर कार्य करने वाला पहला सेंटर होगा। भारत मेडिसिन एंड वेलफेयर टूरिजम के लिए किफायती डेस्टिनेशन है। भारत SCO देशों के बीच ट्रेडिशनल मेडिसिन पर सहयोग बढ़ाना चाहिए इसके लिए भारत नए SCO वर्किंग ग्रुप ऑन ट्रेडिशनल मेडिसिन पर पहल लेगा।  

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