पीएम मोदी आज दौसा दौरे पर, बीजेपी नेता जुटाएंगे भीड़ CM गहलोत नहीं करेंगे मंच साझा
दौसा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज दोपहर 3 बजे दौसा पहुंचकर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वहीं शाम 4 बजे वे धनावड़ में एक आमसभा को भी संबोधित करेंगे। मोदी के साथ सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी भी होंगे।
मोदी की एक माह में प्रदेश में यह दूसरी बड़ी सभा है। सभा में भीड़ जुटाने का बीड़ा भाजपा ने उठाया है। इधर, प्रधानमंत्री के इस दौरे को लेकर सियासत भी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कार्यक्रम लोकार्पण समारोह में शामिल नहीं होंगे। इसके पीछे की वजह कार्यक्रम का भाजपाईकरण होना बताया जा रहा है।
पीएमओ को पता नहीं था दौसा के बारे में
गहलोत ने कहा कि पीएमओ के अधिकारियों को यह पता नहीं है कि जिस दौसा में कार्यक्रम हो रहा है वह जिला भी ईआरसीपी में शामिल है। ऐसे में वहां इसकी मांग उठेगी। सीएम ने अपने बयान से यह स्पष्ट कर दिया है कि वह रविवार को होने वाले कार्यक्रम में पीएम के साथ मंच साझा नहीं करेंगे। अब तक जिस भी प्रदेश में केन्द्र की किसी भी योजना की शुरुआत या लोकापर्ण होता है, वहां उस राज्य के मुख्यमंत्री और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाता है।
ईआरसीपी की सियासत का असर
प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे में ईआरसीपी की सियासत का असर नजर आ रहा है। राज्य की गहलाेत सरकार लगातार इस योजना का राष्ट्रीय परियोजना में शामिल करने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री और केन्द्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रही है। वहीं, केन्द्र की तरफ से इस प्रोजेक्ट को बनाने में खामी बताई जा रही है।
अब जयपुर से दिल्ली का सफर होगा 3 घंटे में
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के पहले चरण को 14 फरवरी से जनता से खोल दिया जाएगा। यह फेज हरियाणा के सोहना से राजस्थान के दौसा को जोड़ता है। इससे दिल्ली से जयपुर तक के सफर में लगने वाला समय लगभग 2 घंटे कम हो जाएगा। दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे का दिल्ली-दौसा-लालसोट सेक्शन 246 किलोमीटर लंबा है, जिसे 12,150 करोड़ से अधिक की लागत से विकसित किया गया है।
यह भारत का सबसे लंबा 1,386 किमी. का होगा। इसके बन जाने से दिल्ली-मुंबई के बीच की यात्रा दूरी में 12% की कमी आएगी और सड़क की लंबाई 1,424 से 1,242 किमी. रह जाएगी। यात्रा के समय में 24 की बजाय अब 12 घंटे लगेंगे। यह एक्सप्रेस-वे छह राज्यों- दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा। वहीं कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे शहरों को जोड़ेगा। एक्सप्रेस-वे 93 पीएम गतिशक्ति आर्थिक संकुलों, 13 बंदरगाहों, आठ प्रमुख हवाई अड्डों और आठ लॉजिस्टिक पार्कों को भी सुविधा प्रदान करेगा।
इसलिए किया गया भाजपाईकरण: गहलोत
पीएम के दौरे को लेकर सीएम गहलोत ने कहा कि पीएमओ और यहां नेताओं ने ऐसा कार्यक्रम बनाया है, जिससे कि मैं कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकूं, क्योंकि उन्हें पता था कि अगर मैं कार्यक्रम में पहुंचा तो ईआरसीपी का मुद्दा उठाऊंगा, इसलिए उन्होंने पूरे कार्यक्रम का भाजपाईकरण कर दिया ताकि किसी अन्य पार्टी से जुड़ा नेता इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले सके।