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लोकसभा में विपक्ष का हंगामा…तख्ती लेकर आए BSP सांसद दानिश अली को स्‍पीकर ने लगाई फटकार

संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है, जो 22 दिसंबर तक चलेगा। लेकिन, संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन की शुरुआत हंगामे के साथ हुई।
11:46 AM Dec 04, 2023 IST | Anil Prajapat
Parliament Winter Session 2023

Parliament Winter Session 2023 : नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है, जो 22 दिसंबर तक चलेगा। लेकिन, संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन की शुरुआत हंगामे के साथ हुई। जिसके चलते लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक स्थगित करना पड़ा।

लोकसभा में जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे, बीजेपी सांसदों ने जोश में नारे लगाने शुरू कर दिए। चार में से तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद बीजेपी सांसदों ने नारे लगाए- तीसरी बार मोदी सरकार… बार-बार मोदी सरकार। इस दौरान सदन तालियों से गूंजता रहा। तभी बीएसपी सांसद दानिश अली प्‍लेकार्ड पहनकर आए हैं और बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर संसद में प्रदर्शन किया।

लोकसभा में क्यों हुआ हंगामा?

बसपा सांसद दानिश अली के लोकसभा में प्‍लेकार्ड लेकर आने पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने आपत्ति जताई। वहीं, स्पीकर ओम बिरला ने भी बसपा सांसद दानिश अली को फटकार लगाई और उन्हें सदन से बाहर जाने को कहा। स्पीकर ने कहा कि इस सदन के अंदर प्‍लेकार्ड नहीं चलेगा और सभी सांसदों से नियमों का पालन करने के लिए कहा। लेकिन, जब हंगामा शांत नहीं हुआ तो लोकसभा की कार्रवाई दोपहर 12 बजे तक के लिए स्‍थगित कर दी गई।

संसद में ये विधेयक होंगे पेश

बता दे कि 22 दिसंबर तक चलने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में कुल 15 बैठकें होगी। इस दौरान केंद्र सरकार जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक 2023 पेश करेगी, जो जम्मू-कश्मीर में महिलाओं को सीटों का एक तिहाई आरक्षण प्रदान करेगा। पुडुचेरी की विधानसभा में महिलाओं को आरक्षण प्रदान करने के प्रावधानों को शामिल करने के लिए केंद्र शासित प्रदेश सरकार (संशोधन) विधेयक 2023 भी पेश किया जाएगा। ये दोनों विधेयक उन 7 नए विधेयकों में से हैं, जो इस सत्र में सरकार के विधायी एजेंडे का हिस्सा हैं।

कुल 33 लंबित विधेयकों में से 12 विचार और पारित होने के लिए सूचीबद्ध हैं। इनमें तीन आपराधिक कानून संशोधन विधेयक भी शामिल हैं, जिन्हें पहले लोकसभा में पेश करने के बाद स्थायी समिति को भेजा गया था। राज्यसभा में पेश अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तें और कार्यालय की अवधि) विधेयक 2023 को शीतकालीन सत्र के दौरान विचार और पारित करने के लिए रखा जाएगा।

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