सवाई माधोपुर में नगर पालिका ने हाईकोर्ट के आदेशों की उड़ाई धज्जियां, निजी रंजिश के चलते तोड़ी पान की दुकान, मंत्री 'मीणा' साधे रहे चुप्पी…!
सवाईमाधोपुर। इन दिनों देशभर में बुलडोजर की कार्रवाई सुर्खियों में है। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले से भी सामने आया है, जहां एक 50 वर्ष पुरानी पान की दुकान को निजी रंजिश के चलते नगर पालिका प्रशासन के बुलडोजर से तुड़वा दिया गया। बता दें आज जिले में नगर पालिका प्रशासन ने हाईकोर्ट के आदेशों के अवहेलना करते हुए हवामहल पान भंडार नाम की दुकान पर एकतरफा कार्रवाई की है।
हाईकोर्ट के आदेशों की अवहेलना
दरअसल, सवाईमाधोपुर में वर्षों पुरानी दुकान को तोड़ने का मामला सामने आया है। जहां हवामहल पान भंडार नाम की दुकान पर नगर पालिका प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि नगर पालिका प्रशासन को हाईकोर्ट द्वारा दुकान नहीं हटाने का आदेश मिल चुका है। वहीं इस मामले में ये भी कहा जा रहा है कि दुकान मालिक द्वारा समय-समय पर शुल्क देने के बाद भी यह कार्रवाई की गई है। दुकान मालिक का कहना है कि नगर पालिका प्रशासन ने हाईकोर्ट के आदेशों की अवेहलना की है।
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इसके अलावा बिना किसी दुकान मालिक का नगर पालिका प्रशासन पर आरोप है कि बिना कोई नोटिस और पूर्व सूचना के दुकान पर बुल्डोजर चला दिया। उनका कहना है कि पालिका प्रशासन ने मनमानी करते हुए यहा कार्रवाई की है। वहीं उन्होंने सवाल किया कि सिर्फ एक ही दुकान पर क्यों बुल्डोजर चलाया गया।
जिम्मेदार लोग चुप्पी साधे हुए
अब सवाल उठ रहा है कि आखिर किस के इशारे पर नगर पालिका ने एक आम नागरिक का रोजगार छीना है? वहीं इस कार्रवाई के बाद अब जिम्मेदार अधिकारी जवाब देने से बचते नजर आ रहे है। ये भी जानकारी मिली है कि इस कार्रवाई के दौरान राज्य सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा खुद मौके पर मौजूद थे। बताया गया है कि ये पूरी कार्रवाई मंत्री मीणा के सामने ही हुई है, फिर भी मंत्री क्यों इस मामले में चुप्पी साधे रहे, ये समझ से परे है।
आम नागरिक की रोजी-रोटी पर चला बुलडोजर
बता दें आसपास की जनता भी इस कार्रवाई से नाराज दिखी और मंत्री मीणा से सवाल कर रही है, आखिर क्यों आमजन की रोजी-रोटी पर चलाया गया बुलडोजर? आखिर मंत्री जी को क्या नाराजगी, जो दिखाई निजी रंजिश? क्या निजी स्वार्थ के लिए 'नेताजी' ने ताक में रख दिए सारे कायदे कानून? क्या हाईकोर्ट के आदेशों को भी हवा कर बैठे मंत्री और पालिका अधिकारी? इस कार्रवाई के बाद ऐसे ही कई सवाल खड़े हो रहे हैं, जिसका जवाब मंत्री किरोड़ी लाल मीणा देते हैं या नहीं, ये देखने वाली बात होगी।
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