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नूतन की पोती से झलकती है दादी जैसी मासूमियत, सोशल मीडिया पर लोग बोले- सो क्यूट

02:41 PM Jun 26, 2023 IST | Mukesh Kumar
नूतन की पोती से झलकती है दादी जैसी मासूमियत  सोशल मीडिया पर लोग बोले  सो क्यूट

नूतन नब्बे के दशक की मशहूर अदाकारा रह चुकी हैं, जिन्हें कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। वहीं नूतन की पोती प्रनूतन भी बला की खूबसूरत है। हालांकि प्रनूतन अभी तक केवल 2 ही फिल्मों में नजर आई है। इसके बावजूद बहुत कम ही समय में ही इंटरनेट सेंसेशन बन चुकी हैं।

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बता दें कि प्रनूतन बहल दिखने में काफी हॉट और ग्लैमरस है। वो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती है और आए-दिन अपनी फोटो, वीडियो शेयर करती रहती है। फैंस इनकी तस्वीरों को खूब लाइक और कमेंट करते है। प्रनूतन ने हाल ही में अपनी एक लेटेस्ट तस्वीरें शेयर की है।

मल्टीकलर की साड़ी में प्रनूतन ने ढाया कहर

प्रनूतन बहल का इंस्टाग्राम प्रोफाइल वैसे तो उनकी खूबसूरत तस्वीरों से भरा हुआ है, हाल ही में एक्ट्रेस ने अपनी फोटोज शेयर की है, जो इस वक्त चर्चा में है। इस फोटोज में एक्ट्रेस काफी कमाल की लग रही है। प्रनूतन को फोटोज में मल्टी कलर की साड़ी में देखा जा सकता है। इन फोटोज में एक्ट्रेस सोफे पर बैठी पोज देती नजर आ रही हैं। फ्लोरल शिमर मल्टी कलर साड़ी में प्रनूतन काफी ग्लैमरस भी लग रही हैं। फैंस इन फोटोज पर जमकर लाइक और कमेंट कर रहे है।

एक यूजर ने फोटो पर कमेंट करते हुए लिखा है, 'बहुत ब्यूटीफुल और गॉर्जियस', वहीं दूसरे यूजर ने लिखा है, आप दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला हैं। वहीं एक अन्य यूजर ने कमेंट में प्रनूतन की तारीफ करते हुए लिखा है, ''

कभी उन मद-भरी आँखों से पिया था इक जाम
आज तक होश नहीं होश नहीं होश नहीं
जिगर मुरादाबादी

'मीर' उन नीम-बाज़ आँखों में
सारी मस्ती शराब की सी है
मीर तक़ी मीर

आँखों में जो बात हो गई है
इक शरह-ए-हयात हो गई है
फ़िराक़ गोरखपुरी

तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो
तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है
मुनव्वर राना

तेरी आँखों का कुछ क़ुसूर नहीं
हाँ मुझी को ख़राब होना था
जिगर मुरादाबादी

लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से
तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से
जाँ निसार अख़्तर

कभी कभी तो छलक पड़ती हैं यूँही आँखें
उदास होने का कोई सबब नहीं होता
बशीर बद्र

इस क़दर रोया हूँ तेरी याद में
आईने आँखों के धुँदले हो गए
नासिर काज़मी

तलब करें तो ये आँखें भी इन को दे दूँ मैं
मगर ये लोग इन आँखों के ख़्वाब माँगते हैं।

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