चाचा-भतीजा विवाद : कौन किस पर भारी, आज तस्वीर होगी साफ
Ajit Pawar vs Sharad Pawar : मुंबई। अजित पवार और शरद पवार के बीच राकांपा पर दावेदारी को लेकर लड़ाई तेज हो गई है और इसी कड़ी में शक्ति प्रदर्शन के वास्ते दोनों गुटों ने आज अलग-अलग बैठक बुलाई है। शरद पवार गुट की बैठक दक्षिण मुंबई स्थित यशवंत राव चव्हाण केंद्र में दोपहर एक बजे होगी। वहीं, अजित पवार ने मुंबई के उपनगर बांद्रा स्थित मुंबई एजुकेशन ट्रस्ट के परिसर में सुबह 11 बजे मीटिंग बुलाई है।
दोनों गुटों की बैठक से स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद है कि किसके साथ कितने विधायक हैं। इस पर दोपहर बाद तस्वीर साफ हो सकती है। इधर, राकांपा चीफ शरद पवार अपने भतीजे अजित पवार के शिवसेना-बीजेपी सरकार में शामिल होने और उनकी ओर से बड़ी संख्या में विधायकों का समर्थन होने का दावा करने के कारण पार्टी में पैदा हुए संकट से निपटने के लिए कानूनी राय ले रहे हैं।
अहम बैठक से पहले पवार गुट को बड़ा झटका
महाराष्ट्र की सियासत के लिए आने वाले चार घंटे काफी अहम है। लेकिन, बैठक से पहले अजित पवार गुट को बड़ा झटका लगा है। विधायक किरण लहामटे ने बुधवार सुबह शरद पवार को समर्थन देने का ऐलान किया है। अजित पवार के शपथ ग्रहण में शामिल विधायक किरण लहामटे सुबह यशवंत राव चव्हाण प्रतिष्ठान सभागृह पहुंचकर शरद पवार को समर्थन देने का ऐलान किया। इससे अतिज पवार गुट को अहम मीटिंग से पहले बड़ा झटका लगा है। जानकारों की मानें तो कुछ और विधायक भी शरद पवार को समर्थन दे सकते है।
अजित पवार का दावा- 40 विधायक उनके साथ
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में राकांपा के 53 विधायक हैं और अजित पवार गुट को दलबदल कानून के तहत अयोग्य ठहराए जाने से बचने के लिए कम से कम 36 विधायकों का समर्थन चाहिए। अजित पवार गुट ने 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। वहीं, शरद पवार गुट ने दावा किया है कि सरकार में शामिल अजित पवार सहित केवल नौ विधायकों ने ही पाला बदला है और बाकी शरद पवार के साथ हैं।
पुणे और नागपुर ने पहले ही दिया शरद को समर्थन
राकांपा की पुणे और नागपुर शहर इकाई पहले ही एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी प्रमुख शरद पवार को अपना समर्थन देने की घोषणा की। राकांपा की पुणे इकाई के अध्यक्ष प्रशांत जगताप, पुणे के प्रवक्ता अंकुश काकड़े, राज्यसभा सदस्य वंदना चव्हाण, पार्टी नेता रवींद्र मालवदकर और कई पार्टी कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में प्रस्ताव पारित किया था। वहीं, शरद पवार ने कहा कि जिस पार्टी के वे अध्यक्ष हैं और जयंत पाटिल, जिसकी महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख हैं, वही उनकी तस्वीर का इस्तेमाल कर सकती है। जिन्होंने मेरी विचारधारा के साथ धोखा किया और जिनके साथ मेरे वैचारिक मतभेद हैं, वे मेरी तस्वीर का इस्तेमाल नहीं कर सकते।
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