‘नारी शक्ति वंदन विधेयक’ राज्यसभा में पास, बिल के पक्ष में पड़े 215 वोट, अब राष्ट्रपति की मोहर का इंतजार
Women's reservation bill passed in Rajya Sabha: महिला आरक्षण बिल यानी नारी शक्ति वंदन विधयक लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी पास हो गया है। बिल के पक्ष में 215 वोट पड़े है। बिल पर राष्ट्रपति की मोहर का इंतजार है। पीएम मोदी ने राज्यसभा में बहस के दौरान कहा कि सिर्फ बिल से नारी शक्ति को विशेष सम्मान नहीं मिल रहा है। आइए देश को एक मजबूत संदेश दें।
आइए देश को एक मजबूत संदेश दें- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने राज्यसभा में कहा कि सिर्फ बिल से नारी शक्ति को विशेष सम्मान नहीं मिल रहा है। इस बिल के प्रति सभी राजनीतिक दलों की सकारात्मक सोच हमारे देश की नारी शक्ति को नई ऊर्जा देगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, यह बिल देश की जनता में एक नया विश्वास पैदा करेगा। सभी सदस्यों और राजनीतिक दलों ने महिलाओं को सशक्त बनाने और 'नारी शक्ति' को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आइए देश को एक मजबूत संदेश दें।
पहले लोकसभा में क्यों नहीं पास हो सका था महिला आरक्षण बिल?
अर्जुन राम मेघवाल ने राज्यसभा में बहस के दौराम कहा कि कांग्रेस के समय लोकसभा में यह बिल इसलिए पास नहीं हो सका क्योंकि उनके पास न तो नीति थी और न नियति थी, लेकिन आज हमारे पास नीति, नियति और नेता सब हैं।
15 साल के लिए होगा लागू
बिल के लिए राज्यसभा में पर्चियों से वोटिंग हुई। अब लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। आरक्षण लागू होने के बाद लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या बढ़कर 181 हो जाएगी। महिला आरक्षण फिलहाल 15 साल के लिए लागू होगा, जिसे संसद की मंजूरी के बाद बढ़ाया जा सकता है।
लोकसभा में हो चुका है पास
बुधवार संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन विधेयक) लोकसभा में पास हो गया। महिला आरक्षण बिल लोकसभा में दो तिहाई बहुमत से पारित हुआ। इसके पक्ष में 454, विपक्ष में 02 वोट पड़े।