अडानी मुद्दे पर हाईवोल्टेज बहस के बीच आए हंसी के पल, खड़गे से बोले सभापति-आप मुझ पर भी JPC बैठाएंगे
नई दिल्ली। अडानी मुद्दे पर बीजेपी-कांग्रेस के बीच जबर्दस्त घमासान देखने को मिल रहा है। बुधवार को अडानी मामले पर संसद के दोनों सदनों में हाईवोल्टेज बहस हुई। हालांकि, इस दौरान कुछ हंसी के पल भी सामने आए। जब राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सभापति जगदीप धनखड़ बहुत अच्छे वकील है। कभी आपने मुझसे कहा था कि वकालात के शुरुआती दिनों में ये हाथ से पैसे गिनते थे। लेकिन, बाद में मशीन से पैसे गिनने शुरु कर दिए। इस पर सभापति ने कहा कि मैंने ये तो कहा था कि हाथ से पैसे गिनने पड़ते थे। लेकिन, मशीन से पैसे गिनने का जिक्र नहीं किया था। लगता है कि आप मुझ पर भी JPC बैठाएंगे।
सभापति के इस कथन में राज्यसभा में पक्ष और विपक्ष के सदस्य ठहाके लगाने लगे। इस दौरान सदन में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हंसी नहीं रोक पाए और वो भी हंसते हुए नजर आए। हालांकि, इस दौरान सभापति जगदीप धनखड़ ने खड़गे पर तंज कसते हुए कहा कि आपका हाल यह है कि ना खाता ना बही, जो मैं कहूं वही सही। सदन में जब आरोप लगाते हैं तो सबूत भी देने चाहिए।
खड़गे का राज्यसभा में दिखा शायराना अंदाज
इस दौरान खड़गे ने शायराना अंदाज में केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने शायरी सुनाते हुए कहा कि नजर नहीं हैं, नजारों की बात करते हैं, जमीं पर चांद सितारों की बात करते है। वो हाथ जोड़कर बस्ती को लूटने वाले भरी सभा में सुधारों की बात करते है, बड़ा हसीन है कि उनकी जुबान या जादू। लगा कि आज बहारों की बात करते है। मिली कमान तो अटकी नजर खजाने पर, नदी सुखाकर किनारों की बात करते है। वहीं गरीब बताने है आम लोगों को, वही नसीब के मारो की बात करते है।
सभापति बोले-मुझे भी शेयर सुनाने की आदत हो गई
वहीं, सभापति ने भी खड़गे से कहा कि सर आपकी शायरियां सुनते-सुनते मुझे भी शेयर सुनाने की आदत हो गई है। खड़गे के बाद सभापति ने भी शेयर सुनाते हुए कहा कि उम्र भर गालिब यही भूल करता रहा, धूल चेहरे पर भी आईना साफ करता रहा।
खड़गे ने की जेपीसी की मांग
मल्लिकार्जुन खड़गे ने अडानी मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति जिसकी संपत्ति ढ़ाई साल में 13 गुना बढ़ गई। 2014 में 50,000 करोड़ की थी वह 2019 में एक लाख करोड़ की हो गई। अचानक ऐसा क्या जादू हुआ कि 12 लाख करोड़ बढ़ गई। इस मामले की जांच होनी चाहिए। जिसके जवाब में पीयूष गोयल ने कहा कि संयुक्त संसदीय समिति तब बैठती है, जब आरोप सिद्ध हो जाए। जब सरकार पर आरोप लगता है तब संयुक्त संसदीय समिति बिठाई जाती है किसी निजी व्यक्ति के मुद्दे पर नहीं।