बजट सत्र के दौरान मंत्री तोड़ रहे मर्यादा, खुद मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने विधानसभा में जबरन घुसा दिए अपने समर्थक
जयपुर। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मंत्रियों के बेतुके बोल और अमर्यादित आचरण देखने को मिल रहा है। सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने सोमवार को जबरन विधानसभा में बिना अनुमति और बिना प्रवेश पत्र के अपने समर्थकों को घुसा डाला। गुढ़ा खुद सेंसर वाले गेट पर पैर लगा कर खड़े हो गए। वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों के टोकने पर भी नहीं माने।
मामले की जानकारी विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी तक पहुंचने पर घटना की सीसीटीवी फुटेज मंगवा कर देखे गए तो उसमें मंत्री पश्चिम गेट से जबरन समर्थकों को प्रवेश करवाते दिखाई दिए। इससे पहले भी गुढ़ा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा के जवाब के समय मफलर की गेंद बनाकर इधर-उधर फेंकते भी दिखाई दे रहे थे।
गेट पर थे 6 सुरक्षाकर्मी
मामले में यह भी सामने आया कि गेट पर 6 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था। उनमें से 3 गायब थे। गायब रहने वाले सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस मुख्यालय ने निलंबन के जारी आदेश में कहा गया कि अत्यंत महत्वपूर्ण व संवेदनशील ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप में राजसमंद जिले के एएसआई जगदीश चंद्र, दौसा जिले में हेड कांस्टेबल मुकेश कुमार और भरतपुर जिले की महिला कांस्टेबल मंजू को संबंधित एसपी की तरफ से निलंबित कर दिया गया है।
मंत्री के जवाब पर विपक्ष ने जताई नाराजगी
इधर, विधानसभा में चर्चा के दौरान भी मंत्रियों के जवाब देने के तरीके पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी की तरफ से कई बार सवाल खड़े करने के बाद भी बिना तैयारी से आ रहे मंत्री गलत तरीके से जवाब देते दिखाई दे रहे हैं। विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान विधायक बलबीर सिंह लूथरा के श्रीबिजयनगर में कॉलेज खोलने के सवाल पर उच्च शिक्षा राज्यमंत्री राजेंद्र यादव ने बेतुका जवाब देते हुए कहा कि जल्द ही कॉलेज शुरू कर दिया जाएगा।
जब तक बिल्डिंग नहीं बनती है तब तक महाविद्यालय किसी किराए के भवन या धर्मशाला में खोल दिया जाएगा। मंत्री यादव के जवाब पर नाराजगी जताते हुए विपक्ष ने सभापति से कहा कि मंत्री की ओर से इस तरह का बेतुका जवाब दिया जा रहा है।
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