संसद में हुई विपक्षी दलों की बैठक, खड़गे बोले- अदाणी मामले पर क्यों चुप है मोदी सरकार?
नई दिल्ली। अदाणी मामले को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है। जिसके चलते बजट पेश होने के बाद से अब तक संसद में एक भी दिन चर्चा नहीं हो पाई है। अडानी मुद्दे को लेकर आज भी संसद के दोनों सदनों में हंगामे के आसार है। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले संसद भवन में सोमवार सुबह विपक्षी दलों की बैठक हुई। जिसमें अदाणी मामले को लेकर केंद्र सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई। साथ ही संसद स्थित गांधी प्रतिमा के सामने विरोध-प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि अडानी ग्रुप की धांधली से जुड़ी रिपोर्ट के 13 दिन बाद भी मोदी सरकार चुप क्यों है।
जानकारी के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में सुबह 10 बजे विपक्षी नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक हुई। जिसमें टीएमसी को छोड़कर कांग्रेस, डीएमके, एनसीपी, बीआरएस, जदयू, सपा, सीपीएम, सीपीआई, केरल कांग्रेस (जोस मणि), जेएमएम, राजद, आरएसपी, आप, आईयूएमएल, राजद और शिवसेना के नेता शामिल हुए।
अदाणी-हिंडनबर्ग मुद्दे पर हुई चर्चा
मल्लिकार्जुन खड़गे के चैंबर में हुई बैठक में अदाणी-हिंडनबर्ग सहित अन्य मुद्दों पर रणनीति बनाने पर चर्चा हुई। इस दौरान विपक्षी दलों ने संसद स्थित गांधी प्रतिमा के सामने विरोध-प्रदर्शन का फैसला लिया। साथ ही विपक्षी दलों ने फैसला किया है कि वे संसद के दोनों सदनों में स्थगन प्रस्ताव देंगे और अदाणी मामले पर चर्चा की मांग की जाएगी।
देशभर में विरोध-प्रदर्शन करेगी कांग्रेस
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अडानी ग्रुप की धांधली से जुड़ी रिपोर्ट को आए 13 दिन हो गए हैं। लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब तक एक शब्द भी नहीं बोला है। आखिर, अदाणी मामले को लेकर मोदी सरकार चुप क्यों है। अब हम इस मामले को संसद में उठाएंगे। वहीं, संजय राउत ने कहा कि देश को डुबाने वाला जो मामला सामने आया है उसे लेकर सभी विपक्षी पार्टियां एक साथ बैठकर चर्चा करेंगी. उन्होंने कहा, मुझे लगता है सरकार जब तक जवाब नहीं दे रही इस मामले में ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी की जो मांग है वह मांग हमारी आगे जारी रहेगी। इधर, कांग्रेस ने आज देश भर में एलआईसी कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन का एलान किया है।