कोटा बना सुसाइड हब! एक दिन में दूसरे छात्र ने दी जान, कलेक्टर का कोचिंग टेस्ट पर बड़ा फैसला
जयपुर। कोटा में एक दिन में दूसरे छात्र ने आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। जानकारी के मुताबिक आदर्श ने फंदा लगाकर आत्महत्या की है। आदर्श बिहार का रहने वाला था। घटना के बाद कुन्हाड़ी थाना पुलिस मौके पर पहुंची है। वहीं, रविवार की शाम को ही महाराष्ट्र निवासी छात्र आविष्कार ने छठी मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली थी।
छठी मंजिल से कूदकर की आत्महत्या
इससे पहले रविवार शाम को लातूर (महाराष्ट्र) निवासी आविष्कार संभाजी कासले (16) ने कोचिंग हॉल की छठी मंजिल से ही कूदकर आत्महत्या कर ली। छात्र कोटा में तलवंडी इलाके में अपनी नानी के पास रहता था। वह यहां कोटा में नीट की तैयारी करने आया था। रविवार को कोचिंग की ओर से रोड नंबर 1 पर टेस्ट हुआ था। अविष्कार भी टेस्ट देने गया था।
टेस्ट देकर बाहर आते ही बालकनी से कूदा छात्र
डिप्टी एसपी धर्मवीर के मुताबिक, कोचिंग छात्र ने क्लास में बैठकर टेस्ट दिया और फिर टेस्ट खत्म होते ही वह बाहर आया और बालकनी से नीचे कूद गया। वह छठी मंजिल से करीब 70 फीट नीचे गिर गया। जिससे उसके सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आईं।
कलेक्टर ने दी एडवाइजरी
वहीं, कोटा जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने बच्चों की आत्महत्या को देखते हुए एडवाइजरी जारी कर सभी कोचिंग संस्थानों को अगले दो महीने तक कोचिंग में टेस्ट लेने पर रोक लगा दी है। बता दें, रविवार को आत्महत्या करने वाले छात्र आविष्कार संभागी ने एक कोचिंग सेंटर में टेस्ट देने के बाद ही छठी मंजिल से छलांग लगा दी थी। माना जा रहा है कि परीक्षा में खराब प्रदर्शन के कारण छात्र ने आत्महत्या का उक्त फैसला लिया होगा।