जानिए कैसे पड़ा ‘नेपाल’ देश का नाम, भगवान शिव का सबसे पवित्र मंदिर हैं यहां
विदेश घुमने का शौक हर किसी को होता है। हर व्यक्ति चाहता है कि वह एक बार तो विदेश यात्रा अवश्य करे। इसी सपने के साथ लोग अन्य देशों की यात्रा करने के लिए कई प्रयास करते हैं। लेकिन कभी बजट कम रहता है, तो कभी उन देशों के नियम बहुत कठिन हो जाते हैं। ऐसे में विदेश घुमने का सपना लगभग खत्म हो जाता है। लेकिन इन्हीं देशों में कई देश ऐसे भी हैं, जहां घुमने के लिए न तो अधिक पैसा खर्च होता है, ना ही वहां के नियम बहुत कड़े होते हैं।
इन देशों में मालदीव, मॉरीशस, भूटान, कंबोडिया, श्रीलंका, थाईलैंड, मकाओ, केन्या, म्यांमार, कतर, युगांडा, ईरान, सेशेल्स, जिम्बाब्वे और नेपाल भी शामिल है। इनमें से नेपाल प्राकृतिक सुंदरता के साथ एक धार्मिक स्थान भी है। इस देश की यात्रा करना किसी भी भारतीय के लिए बहुत आसान है।
नेपाल के बारे में
यह देश हिंदू धर्मावलंबी राष्ट्र है, जहां की राजभाषा नेपाली है। यहां 81.3 प्रतिशत लोग हिंदू धर्म के निवास करते हैं। इसके उत्तर में तिब्बत तथा तीनो ओर भारत बसा हुआ है। विश्व की सबसे ऊंची 14 हिम शृंखलाओं में से आठ शृंखलाएं नेपाल में हैं। इनमें से सागरमाथा विश्व का सर्वोच्च शिखर है, जो कि नेपाल व चीन में स्थित है। नेपाल की राजधानी काठमांडू है। यहां के अन्य प्रमुख शहर पोखरा, बुटवल, विराटनगर, धरान, भरतपुर, हेटौडा, भैरहवा, जनकपुर, वीरगंज, महेन्द्रनगर, नेपालगंज, वीरेन्द्रनगर, महेन्द्रनगर हैं।
नेपाल की राजधानी काठमांडू से 3 किलोमीटर दूर स्थित पशुपतिनाथ हिंदू धर्म का प्रमुख दर्शनीय व धार्मिक स्थल है। यह मंदिर यूनेस्को की विश्व सांस्कृतिक विरासत स्थल में भी शामिल है। यह मंदिर भगवान शिव का सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है।
कैसे हुई इस शब्द की उत्पत्ति
नेपाल शब्द की उत्पत्ति को लेकर विद्वानों में कई मतभेद हैं। इस शब्द की उत्त्पत्ति के संबंध में किसी प्रकार के ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं। लेकिन इसके बारे में कहा जाता है कि यह ने तथा पाल दो शब्दों से मिलकर बना है। जिसके ने शब्द का अर्थ ऋषि तथा पाल शब्द का अर्थ गुफा है। माना जाता है कि नेपाल की राजधानी काठमांडू एक समय ऋषियों का तपस्या स्थल था। जबकि तिब्बती भाषा में ‘ने’ का अर्थ ‘मध्य’ और ‘पा’ का अर्थ ‘देश’ होता है। इसलिए तिब्बत के लोग नेपाल को ‘नेपा’ कहकर ही संबोधित करते हैं। सबसे पहले नेपाल शब्द का प्रयोग कोटिल्य ने अपने अर्थशास्त्र में किया था।
फिलहाल क्यों चर्चाओं में नेपाल
हाल ही में अमेरिका के लुइसियाना में स्थित न्यू ऑरलियन्स में मिस यूनिवर्स 2022 प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस प्रतियोगिता की खास बात यह रही कि इसमें नेपाली मॉडल सोफिया भुजेल स्टेज पर माता काली के अवतार में नजर आई। सोफिया ने देश की संस्कृति को दर्शाने के लिए जिस रूप को चुना, उसकी दुनियाभर में चर्चाएं चली।