King Charles III : आज औपचारिक रूप से होगी महारानी एलिजाबेथ के बड़े बेटे किंग चार्ल्स की ताजपोशी
King Charles III : महारानी एलिजाबेथ की निधन के बाद उनके बड़े बेटे किंग चार्ल्स की आज औपचारिक रूप से ताजपोशी होगी। यह कार्यक्रम भारतीय समय के मुताबिक दोपहर 2.30 बजे होगा। सेंट जेम्स पैलेस में एक्सेशन काउंसिल की बैठक होगी और इसी बैठक में चार्ल्स को किंग घोषित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में बरिटेन के वरिष्ठ सांसद, सिविल सेवक, राष्ट्रमंडल उच्चायुक्त और लंदन के लॉर्ड मेयर शामिल होंगे। वहीं रॉयल फैमिली के करीबी लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं।
King Charles III की ताजपोशी मे ये होंगे शामिल
लेकिन आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में करीब 700 लोग शामिल होते हैं, लेकिन महारानी (Queen Elizabeth) के निधन को देखते हुए इस कार्यक्रम को बेहद संक्षिप्त रखा गया है, इसलिए मेहमानों की संख्या भी सीमित की गई है। आपको बता दें कि 73 वर्षीय, किंग्स चार्ल्स III स्कॉटलैंड में अपने ग्रीष्मकालीन निवास बाल्मोरल कैसल में गुरुवार को 96 वर्ष की आयु में अंतिम सांस लेने के तुरंत बाद सिंहासन पर आसीन हुए थे। लेकिन उसकी औपचारिकता पूरी नहीं की गई थी, इसलिए आज ये कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिसे बाद ग्रेट ब्रिटेन (Britain) को एक नया सम्राट मिल जाएगा।
बतौर सम्राट King Charles III ने दिया राष्ट्र के नाम पहला संबोधन
बीते शुक्रवार किंग चार्ल्स (King Charles III) अपनी क्वीन कंसोर्ट कैमिला के साथ लंदन के बकिंघम पैलेस लौट आए यहां समर्थकों के एक समूह ने उनका स्वागत किया, जिन्होंने ‘गॉड सेव द किंग’ का नारा लगाया। किंग्स जॉर्ज महल के बाहर लोगों से मिले उन्होंने लगभग 10 मिनट तक लोगों का अभिवादन किया। इसके बाद सम्राट के रूप में उन्होंने राष्ट्र के नाम अपना पहला संबोधन दिया।
उन्होंने (King Charles III) कहा कि मेरी प्रिय मां, धन्यवाद! मैं ब्रिटेन और राष्ट्रमंडल देशों की आजीवन सेवा करूंगा। मेरे लिए यह संभव नहीं होगा कि मैं अपना इतना समय और ऊर्जा दान और मुद्दों के लिए दे दूं जिनके लिए मैं बहुत गहराई से परवाह करता हूं। लेकिन मुझे पता है कि यह महत्वपूर्ण काम दूसरों के भरोसेमंद हाथों में चलेगा।
King Charles III राजा बनेंगे तो ये होंगे काम!
लेकिन आपको बता दें कि राजा बनने से पहले किंग चार्ल्स (King Charles III) ने उन मुद्दों पर बात की है, जो उनके लिए महत्वपूर्ण हैं। विशेष रूप से पर्यावरण इसके परिणामस्वरूप उनके और राजनीतिक नेताओं और व्यापारिक बिरादरी के बीच अवरोध पैदा हो गए थे। यहां आपको यह भी बता दें कि अपने 70 वें जन्मदिन के अवसर पर साल 2018 में उन्होंने एक बयान दिया थआ कि जब वह राजा बनेगें तो वह अलग व्यवहार करेंगे वह काम करने वाले राजघरानों की संख्या में कटौती करना चाहते हैं और खर्चों में कटौती करना चाहते हैं, क्योंकि वह यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि ब्रिटिश राजशाही एक आधुनिक देश को बेहतर ढंग से चित्रित करे।
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