Joshimath Sinking: जोशीमठ में हर पल बिगड़ रहे हालात, मौसम हुआ खराब, बिना मुआवजे घर खाली करने को तैयार नहीं लोग
जोशीमठ। जोशीमठ अब आपदा की कगार पर खड़ा है। भू धंसाव के चलते यहां 723 घरों में दरारें आ गई हैं। केंद्र और राज्य सरकार की टीमें राहत-बचाव कार्य में लगी हुई हैं। कई होटल और मकानों को गिराया जा रहा है। साथ ही स्थानीय लोगों को अपना घर खाली कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा जा रहा है। लेकिन सरकार के इस एक्शन के खिलाफ स्थानीय लोगों में गुस्सा व्याप्त है। बीती रात से स्थानीय लोग धरने पर बैठे हैं। इनकी मांग है कि पहले मुआवजे और पुनर्वास की बात हो, इसके बाद ही वे घर खाली करेंगे।
रात से जारी है लोगों का प्रदर्शन
बता दें कि जोशीमठ में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे है। स्थानीय लोगों की मांग है कि उन्हें पहले मुआवजा मिले या फिर उन्हें मुआवजे और पुनर्वास का आश्वासन दिया जाए। इसके बाद ही वे अपने घर खाली करेंगे। वहीं जोशीमठ के लोगों ने यह भी आरोप लगाए है कि प्रशासन की ओर से अभी तक मुआवजे को लेकर किसी भी तरह की कोई भी बात उनसे नहीं की गई है। वहीं मंगलवार को माउंट व्यू और मल्हारी होटल को गिराने के आदेश के बावजूद भी यह काम पूरा नहीं हो सका। होटल के मालिकों का कहना है कि उन्हें इसके लिए प्रशासन की ओर से ना तो नोटिस मिला और ना ही उनकी जगह का वैल्यूएशन किया गया।
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Joshimath Sinking: खराब मौसम से बढ़ा खतरा
जोशीमठ में भू धंसाव के चलते पहले ही समस्या बनी हुई हैं। वहीं अब बुधवार को मौसम खराब हो गया। जिसके चलते अब यहां खतरा और भी ज्यादा बढ़ गया है। दरअसल आज सुबह से ही क्षेत्र में आसमान में घने बादल छाए हुए हैं। ऊपरी पहाड़ी पर बर्फबारी हो रही है। जिसके चलते अब लोगों में भी भय व्याप्त है। लोगों को डर है कि अगर बर्फबारी या फिर बारिश होती है, तो नमी आने से और दरारें बढ़ेंगी और खतरा ज्यादा बढ जाएगा।