जोधपुर में बढ़ते दुष्कर्म और रेप की घटनाओं पर भड़की महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज, फांसी की सजा की मांग
महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज शुक्रवार को जोधपुर पहुंची ओर जिले में लगातार हो रही रेप की घटनाओं को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की.
जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले में लगातार पिछले चार पांच दिन से महिलाओं और लड़कियों के साथ हो रही रेप की घटनाओं से जोधपुर शर्मसार हो रहा है. इसी को लेकर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती शुक्रवार को जोधपुर पहुंचीं. रेहाना रियाज चिश्ती हाल ही में 15 वर्षीय नाबालिक बालिका से हुए दुष्कर्म ओर जोधपुर के ही बोरानाड़ा क्षेत्र में एक साल की मासूम से हैवानियत का खुलासा हुआ है इन मामले के आरोपी को फांसी की सजा देने की बात कही.
महिला आयोग अध्यक्ष ने अधिकारियों के साथ की बैठक
महिला आयोग अध्यक्ष चिश्ती ने जिले के सर्किट हाउस में लगातार बढ़ते दुष्कर्म और रेप के मामलों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की और पीड़ित महिलाओं की समस्याओं को सुना. उन्होंने इस मामले में अस्पताल के अधीक्षक को भी निर्देश दिए . और कहा कि व्यवस्था को सुधारें और अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए. साथ अध्यक्ष चिश्ती ने कहा कि एक महीने अंदर मामले को लेकर रिपोर्ट पेश करने के भी निर्देश दिए.
जोधपुर में हो रही घटनाएं बेहद शर्मसार कर देने वाली है: रियाज
रेहाना रियाज चिश्ती ने कहा कि जैसे ही कोई दुष्कर्म का मामला महिला आयोग के संज्ञान में आता है, उस पर तुरंत कार्रवाई की जाती है. लेकिन हमें उन मामलों की ज्यादा चिंता है जो पुलिस और महिला आयोग तक नहीं पहुंच पाते. अध्यक्ष रियाज चिश्ती ने कहा कि जोधपुर के ही बोरानाड़ा क्षेत्र में एक साल की मासूम से हैवानियत का खुलासा हुआ है. जो कि जोधपुर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लिए शर्मनाक है ओर साथ ही जोधपुर में कुछ दिनों से लगातार दुष्कर्म की 3-4 घटनाएं हुई हैं, जो बेहद अफसोसजनक है. ऐसी घटनाएं मानवता को शर्मसार करती हैं. कोई भी समाज ऐसी चीजों को बर्दाश्त नहीं करेगा।
आरोपियों को मिले फांसी की सजा- रेहाना रियाज
रेहाना रियाज चिश्ती ने कहा कि मीडिया इन मामलों में सक्रिय भूमिका निभाती है, उससे कई सारे दुष्कर्म के मामलों की जानकारी मिलती है.महिला आयोग को जैसे ही इन मामलों की जानकारी मिलती है, उस पर कार्रवाई की जाती है। साथ ही रियाज ने कहा कि जो भी आरोपी इन मामलों में लिप्त है उन्हें फांसी से कम की सजा नहीं मिलनी चाहिए।