For the best experience, open
https://m.sachbedhadak.com
on your mobile browser.

कन्हैयालाल के हत्यारों को पकड़वाने वालों को ना मिली नौकरी..ना सुरक्षा, राजेंद्र राठौड़ ने लगाए आरोप

नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर गहलोत सरकार पर कन्हैया लाल मर्डर केस में हत्यारों को पकड़वाने में मदद करने वाले युवकों की मदद नहीं करने का आरोप लगाया.
10:29 AM Jun 10, 2023 IST | Avdhesh
कन्हैयालाल के हत्यारों को पकड़वाने वालों को ना मिली नौकरी  ना सुरक्षा  राजेंद्र राठौड़ ने लगाए आरोप
बीजेपी कार्यालय में शुक्रवार को हुई प्रेस वार्ता

जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले एक बार फिर उदयपुर का कन्हैया लाल मर्डर केस चर्चा में है जहां कन्हैया लाल के हत्यारों को पकड़वाने में पुलिस की मदद करने वाले दो लोगों को लेकर बीजेपी ने सरकार पर हमला बोला है. राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर सीएम अशोक गहलोत पर उन दो लोगों को वादा करने के बाद भी सुरक्षा नहीं देने का आरोप लगाया.

Advertisement

दरअसल पिछले साल उदयपुर में हुए वीभत्स कन्हैया लाल दर्जी हत्याकांड में आरोपियों के भागने के दौरान प्रह्लाद सिंह और शक्ति सिंह नामक दो युवकों ने पुलिस की मदद करते हुए आरोपियों को पकड़वाया था.

शुक्रवार को बीजेपी कार्यालय में हुई प्रेस वार्ता में राजसमंद सांसद दीया कुमारी के साथ कन्हैया लाल हत्याकांड में दो आरोपी मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद को पकड़वाने में पुलिस की मदद करने वाले दोनों युवक शक्ति सिंह और प्रह्लाद सिंह मौजूद थे.

युवकों की चली गई नौकरी

राठौड़ ने कहा कि प्रह्लाद सिंह और शक्ति सिंह को घटना के दौरान एक साल पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद सुरक्षा देने का वादा किया था लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी उन्हें सुरक्षा नहीं मिली है. वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि ये दोनों युवक गुजरात के सूरत में नौकरी करते थे लेकिन घटना के बाद उन्हें नौकरी से भी निकाल दिया गया.

वहीं बीजेपी सांसद दीया कुमारी ने आरोप लगाया कि आतंकियों को पकड़वाने में मदद करने वाले युवकों को पहले तो सम्मानित किया लेकिन अब उनका कोई साथ नहीं दे रहा है और दोनों ही युवक सुरक्षा की गुहार लगा हैं.

2022 में हुआ कन्हैया लाल का मर्डर

गौरतलब है कि पिछले साल 28 जून को उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी जहां उसकी दुकान में घुसकर दो लोगों ने चाकूओं से उस पर वार किया. वहीं कन्हैया की हत्या के बाद भाग रहे दो हत्यारों को पकड़ने में शक्ति सिंह और प्रह्लाद की फुर्ती की बदौलत पुलिस को मदद मिली जिसके बाद दोनों को दबोचा गया.

.