'बोगी में बिछी लाशें…बिखरा खून'…मुंबई-जयपुर ट्रेन में दहशत के वो 30 मिनट, जानें कौन थे मरने वाले 4 लोग
Shootout in Jaipur Express: मुंबई-जयपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में सोमवार सुबह एक खौफनाक मंजर देखा गया जहां रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) के एक कॉन्स्टेबल ने अपनी ऑटोमैटिक राइफल से ताबड़तोड़ गोलीबारी की जिसके बाद आरपीएफ के एएसआई और 3 यात्रियों की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक पूरी घटना महाराष्ट्र के पालघर में वापी से बोरीवली-मीरा रोड के बीच घटित हुई है जहां फायरिंग पालघर रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के कोच बी-5 में हुई.
वहीं मीरा रोड बोरीवली के बीच GRP मुंबई के जवानों ने आरोपी कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार कर लिया है. इधर हादसे में मरने वाले एएसआई की पहचान टीकाराम मीणा के रूप में हुई है जो राजस्थान के सवाई माधोपुर में श्यामपुरा के रहने वाले थे.
इसके अलावा तीन मृतकों में से दो की पहचान हुई है जो दोनों जयपुर से रवाना हुए थे. मृतकों के नाम अब्दुल कादर भानपुरवाला और अजगर अब्बास अली है. अजगर अब्बास अली मूल रूप से है बिहार के रहने वाले थे वहीं भानपुरवाला का पूरा परिवार दुबई में रहता है.
बोगी में मौजूद यात्रियों ने क्या देखा?
वहीं घटना के बाद बोगी में मौजूद यात्रियों ने मीडिया को बताया कि अचानक हुई गोलीबारी देखकर हर कोई हैरान था किसी को लगा आतंकी हमला है. लोगों के मुताबिक गोली सुबह करीब 5 से 5.30 के बीच चली जहां गोली चलने के बाद देखा कि वहां खून की खून बिखरा था और पास में ही ASI की लाश पड़ी थी.
वहीं घटना के बाद सभी शवों को बोरीवली स्टेशन पर उतारा गया. इधर कॉन्स्टेबल चेतन को गिरफ्तार तो कर लिया गया है लेकिन घटना के पीछे की वजह अभी तक सामने नहीं आई है. वहीं मामले की जांच RPF ने शुरू कर दी है.
रेलवे ने घटना पर क्या कहा?
वेस्टर्न रेलवे की ओर से कहा गया है कि पालघर स्टेशन पार करने के बाद एक आरपीएफ कॉन्स्टेबल ने जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन के अंदर गोलीबारी की जिसमें एक एएसआई समेत 4 लोगों की मौत हो गई है. वहीं आरोपी कॉन्स्टेबल को हिरासत में ले लिया गया है.
इसके अलावा मृतकों के परिजनों के लिए सहायता राशि का भी ऐलान किया गया है जहां रेलवे सुरक्षा कल्याण निधि से 15 लाख रुपए दिए जाएंगे और परिजनों को रिटायरमेंट ग्रेच्युटी के 15 लाख मिलेंगे और जनरल इंश्योरेंस के 50 हजार रुपए भी दिए जाएंगे.
फायरिंग करने वाला कौन और क्यों चलाई गोली?
बता दें कि फायरिंग करने वाले RPF कॉन्स्टेबल की पहचान चेतन के रूप में हुई है जो एस्कॉर्ट ड्यूटी में तैनात था. वहीं फायरिंग के बाद वह चलती ट्रेन से कूद गया था. इसके अलावा मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि कॉन्स्टेबल अपने ट्रांसफर की वजह से काफी नाराज़ चल रहा था जिसके कारण वह तनाव भी झेल रहा था.
बताया जा रहा है कि कॉन्स्टेबल चेतन का ट्रांसफर गुजरात से मुंबई किया गया था लेकिन उसका पूरा परिवार गुजरात में ही रहता है जिसके चलते वह मानसिक रूप से काफी परेशान चल रहा था.