Jaipur: सिंथेटिक दूध का काला कारोबार, डेयरी चेयरमैन ने असली बताया पर सैंपल फेल, केस दर्ज
Jaipur News: कुछ दिनों पूर्व दौसा और कैथवाड़ा में 50 हजार लीटर सिंथेटिक दूध पकड़ा गया था। बीएमसी के इस सिंथेटिक दूध को जयपुर सरस डेयरी में सप्लाई किया जा रहा था। स्थित सरस डेयरी की बीएमसी से जब्त किया गया दूध खाद्य विभाग की जांच में असुरक्षित पाया गया। मंगलवार को खाद्य विभाग से मिली जांच रिपोर्ट के बाद एसआई दिनेश चंद की ओर से चाकसू थाने में सरस डेयरी चेयरमैन, एमडी, क्वालिटी कंट्रोलर, विजिलेंस ऑफिसर और बीएमसी संचालक समेत अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया
डेयरी के चेयरमैन ने दूध को असली बताया
इससे पहले पुलिस कार्रवाई को गलत ठहराने के लिए डेयरी के चेयरमैन ने दूध को असली बताया था, जबकि कार्रवाई के दौरान पुलिस ने खाद्य विभाग की विशेष टीम को मौके पर बुलाकर सैंपलिंग करवाई, खाद्य विभाग की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि यह दूध पीने योग्य नहीं है, स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है और कृत्रिम रूप से वनस्पति तेल से तैयार किया गया है। जब्त किये गये दूध में मृत कीड़े एवं भूरे कण पाये गये, जो हानिकारक है।
1 हजार लीटर दूध जब्त
17 नवंबर को पुलिस मुख्यालय की क्राइम ब्रांच ने कौथून के बीएमसी में दूध ले जा रही एक गाड़ी पकड़ी थी, जिसमें 1 हजार लीटर दूध भरा हुआ था. पुलिस ने उस दूध की जांच कराने के लिए खाद्य विभाग की विशेष टीम को सैंपलिंग के लिए बुलाया था।
जांच में नमूने पाए गए असुरक्षित
जयपुर द्वितीय सीएमएचओ डॉ. बीएल मीना ने कहा- दूध के दोनों नमूने खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत लैब जांच में असुरक्षित पाए गए। यानी यह आम जनता के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। असुरक्षित मामलों में सीजेएम कोर्ट में चालान पेश किया जाएगा।