होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

वजन घटाने का सबसे आसान व वैज्ञानिक तरीका Intermittent Fasting

05:37 PM Jul 03, 2025 IST | Ashish bhardwaj

आज के समय में जब फिटनेस और हेल्दी लाइफस्टाइल को लेकर जागरूकता तेजी से बढ़ रही है, Intermittent Fasting एक बेहद लोकप्रिय और चर्चित तरीका बन गया है। इसे न केवल वज़न घटाने (Weight Loss) के लिए अपनाया जा रहा है, बल्कि कई लोग इसे मानसिक स्पष्टता, मेटाबॉलिज्म सुधारने और ब्लड शुगर कंट्रोल के लिए भी आजमा रहे हैं। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि Intermittent Fasting क्या है, इसके प्रकार, फायदे और सावधानियां क्या हैं।

इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या है?

Intermittent Fasting यानी रुक-रुक कर उपवास करना। इसका मतलब है कि आप एक निश्चित अवधि के लिए खाना खाते हैं और बाकी समय उपवास करते हैं। यह कोई डाइट प्लान नहीं है जिसमें यह बताया जाए कि क्या खाना है, बल्कि यह एक खानपान का समय-सारणी आधारित तरीका है, जिसमें इस बात पर ध्यान दिया जाता है कि कब खाना है। उदाहरण के लिए, सबसे सामान्य Intermittent Fasting पैटर्न 16/8 है, जिसमें आप दिन के 8 घंटे में खाना खाते हैं और बाकी के 16 घंटे उपवास करते हैं।

इंटरमिटेंट फास्टिंग के प्रकार

16/8 मेथड
इसमें आप 16 घंटे उपवास करते हैं और 8 घंटे की खिड़की में खाना खाते हैं। यह सबसे सरल और लोकप्रिय तरीका है।
5:2 डाइट
हफ्ते में 5 दिन सामान्य आहार और 2 दिन केवल 500-600 कैलोरी लेने की सलाह दी जाती है।
Eat-Stop-Eat
इसमें सप्ताह में एक या दो बार 24 घंटे तक उपवास किया जाता है।
Alternate Day Fasting
एक दिन खाना और दूसरे दिन उपवास। यह थोड़ा कठिन तरीका होता है और शुरुआती लोगों के लिए नहीं सुझाया जाता।
Intermittent Fasting से Weight Loss कैसे होता है?

Intermittent Fasting के दौरान शरीर को खाने से ऊर्जा नहीं मिलती, इसलिए शरीर अपने संग्रहित फैट को ऊर्जा में बदलने लगता है। इससे वज़न कम होता है और मेटाबॉलिज्म सुधरता है। कई रिसर्च में पाया गया है कि Intermittent Fasting शरीर में इंसुलिन लेवल को कम करता है जिससे फैट बर्निंग प्रोसेस तेज होती है, और Weight Loss की प्रक्रिया अधिक प्रभावशाली हो जाती है।

Next Article